गुजरात के हीरा व्यापारी और उनकी पत्नी ने भिक्षु जीवन जीने के लिए अपनी करोड़ों की संपत्ति और लग्जरी लाइफ को छोड़ दिया. वहीं 12 साल पहले ही इनके बेटे और बेटी ने भी इसी तरह का जीवन अपनाया था. गौरतलब है कि गुजरात के ये हीरा व्यापारी और उनकी पत्नी हर साल 15 करोड़ रुपये की कमाई करते थे.
गुजरात के सबसे सफल हीरा कारोबारियों में से एक दीपेश शाह के पास करोड़ों की दौलत है और वे काफी लग्जरी लाइफ जीते थे. हालांकि अब इस व्यापारी और उनकी पत्नी ने अपना करोबार समेटते हुए साधु जीवन जीने का फैसला किया है, जिसके लिए वे अपनी विशाल संपत्ति को त्याग देंगे.
बेटे और बेटी ने भी चुना साधु जीवन
एक दशक पहले व्यापारी के बेटे भाग्यरत्न और उनकी बेटी ने संत जीवन जीने का फैसला किया था और विशाल संपत्ति का त्याग दिया था. अब उनके माता पिता दीपेश और पिका ने भी ऐसा ही जीवन चुना है. शाह के बेटे ने दीक्षा समारोह के दौरान फरारी की सवारी की थी, जबकि उनके माता पिता ने जगुआर में सफर किया.
मीलो पैदल चलने का फैसला
अपनी भौतिक संपत्ति और विलासिता भरी जीवन शैली को छोड़ने के बाद दंपत्ति ने अन्य भिक्षुओं के साथ मीलों पैदल चलकर संयम का जीवन जीने का फैसला किया है. ऐसी लाइफ जीने की तैयारी में दिनेश शाह पहले ही 350 किमी चल चुके हैं जबकि उनकी पत्नी पिका ने महिला भिक्षुओं के साथ 500 किमी की दूरी तय की है.
पैसा कमाने के बाद भी नहीं खुशी!
द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, दीपेश शाह ने कहा कि जब मेरी बेटी ने दीक्षा ली, तो हम भी एक दिन उसके रास्ते पर चलने की इच्छा रखते थे. मैंने धन और सफलता अर्जित की, लेकिन परम शांति और खुशी की तलाश कभी खत्म नहीं हुई. बता दें कि दीपेश के पिता प्रवीण गुड़ और चीनी का कारोबार करते थे. उन्होंने जैन भिक्षुओं के करीब रहने के लिए सूरत जाने का फैसला किया था.
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