ऑनलाइन इंटेलिजेंस कंपनी-साइबल ने रविवार को कहा कि एक साइबर अपराध समूह ने पेटीएम मॉल के पूरे डेटाबेस में अप्रतिबंधित पहुंच प्राप्त कर ली और इसके बाद फिरौती की मांग की, हालांकि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने इन दावों से इनकार किया है. साइबल ने कहा, साइबरक्राइम समूह उर्फ 'जॉन विक' पेटीएम मॉल एप्लीकेशन/वेबसाइट पर बैकडॉर/एडमाइनर अपलोड करने में सक्षम हो गया.


पेटीएम मॉल प्रवक्ता ने हालांकि आईएएनएस से कहा कि यह दावे 'पूरी तरह से गलत' हैं. प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, "हम यह आश्वस्त करना चाहते हैं कि सभी यूजर्स और कंपनी का डाटा पूरी तरह सुरक्षित है."


बयान के अनुसार, "हमने इसे देखा और संभावित हैक और डाटा में सेंधमारी के दावे पर जांच की और यह पूरी तरह से फर्जी निकला." साइबल ने कहा कि पेटीएम मॉल में डाटा में सेंधमारी से संभवत सभी खातों और संबंधित सूचनाओं पर असर पड़ेगा.


साइबल ने कहा कि वह यह पुष्टि नहीं कर रहा कि फिरौती को दिया गया या नहीं. कंपनी ने कहा, "हमारे सूत्रों ने हमें वह मैसेज भी फॉरवर्ड किया, जहां हैकर्स ने यह दावा किया है कि उन्हें पेटीएम मॉल से फिरौती की रकम भी प्राप्त हो गई."


ऑनलाइन इंटिलिजेंस कंपनी ने कहा, "हैकर्स की मांगों को पूरा नहीं कर पाने की स्थिति में साइबरक्राइम ग्रुप डाटा लीक कर देते हैं." हैकर्स ने दावा किया कि हैक पेटीएम मॉल के इनसाइडर की वजह से हुआ है. इस दावे की हालांकि अभी पुष्टि नहीं हुई है. 2019 में, पेटीएम ग्रुप को उनके कर्मचारियों की वजह से धोखाधड़ी का सामना करना पड़ा था.


पेटीएम मॉल के प्रवक्ता ने कहा, "जैसा की आप उम्मीद करते हैं, हम डाटा सुरक्षा में काफी निवेश करते हैं. हम बग बाउंटी कार्यक्रम भी चलाते हैं, जिसके तहत हम किसी भी सुरक्षा खतरों का खुलासा करने वाले को इनाम देते हैं. हम बड़े पैमाने पर सुरक्षा रिसर्च समुदाय के साथ काम करते हैं और सुरक्षित तरीके से सुरक्षा विसंगतियों को हल करते हैं."


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