Holi 2023: होली का त्योहार रंगों और जश्नों का होता है. जाती सर्दियों और आती गर्मियों के बीच आने वाले इस त्योहार को हर साल पूरे देश में खूब उत्साह के साथ मनाया जाता है. वसंत पंचमी के साथ शुरू हुए खुमार के बाद अब कुछ ही दिनों में रंगों का त्योहार सभी को अपने रंगों में रंगने वाला है. हालांकि इस बार महंगाई (Inlation) लोगों के रंग में भंग डाल सकती है और जश्न को कुछ फीका बना सकती है.


ऐसी पिचकारियों से सजे बाजार


बाजार में हर साल की तरह इस बार भी होली की रौनक दिख रही है. तरह-तरह के रंगों, गुलालों और पिचकारियों से दुकानें सजी हुई हैं. बच्चों को ध्यान में रखते हुए बाजार में पिचकारियों की नई रेंज भी लाई गई हैं. बच्चे मोटू-पतलू, डोरेमॉन, बार्बी डॉल, हल्क, मछली, छाता, टैंक, बंदूक और स्कूल बैग के आकार वाली पिचकारियों को पसंद कर रहे हैं.


इस बात का दिख रहा असर


इस बार होली की तैयारी में जो बात सबसे अच्छी दिख रही है, वह है पिचकारियों के बाजार में मेड इन इंडिया का बोलबाला. बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि साल-दर-साल चीन में बने सामानों खासकर खिलौनों की का बहिष्कार करने की मांग उठते रहने का असर होने लगा है. दूसरी ओर मेड इन इंडिया खिलौनों पर सरकार के विशेष ध्यान देने से भी स्थिति में बदलाव आया है.


पिचकारियां हुईं इतनी महंगी


इस कारण बाजार में इस बार होली के मौके पर चीन के बने खिलौने व पिचकारियां कम हैं. उनकी जगह भारत में बनी पिचकारियों ने ले ली है. हालांकि ये पिचकारियां चीन में बनी पिचकारियों की तुलना में महंगी पड़ रही हैं. दाम के हिसाब से बात करें तो इस बार पिचकारियां पिछले साल की तुलना में 30 से 50 फीसदी तक महंगी हैं. इनकी रेंज 150 रुपये से शुरू हो रही है और 1000-1500 रुपये तक की पिचकारियां बाजार में उपलब्ध हैं.


इस तरह बढ़े खोए के भाव


मिठाइयों की बात करें तो इस साल होली में यहां भी जेबें ज्यादा ढीली होंगी. मिठाइयां बनाने में सबसे ज्यादा इस्तेमाल दूध व खोए का होता है. दूध के दाम पिछले एक साल के दौरान कई बार बढ़े हैं. इसका असर खोए के दाम पर भी हुआ है. थोक मंडी में खोए के भाव पहले से ही बढ़े हुए थे. बीते कुछ दिनों में होली से जुड़ी डिमांड आने से इनके भाव में करीब 100 रुपये किलो का और इजाफा हुआ है. इस तरह थोक मंडी में खोए के भाव बढ़कर 300-350 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं.


इसका मतलब साफ है कि अबकी होली में न सिर्फ रंग खेलना महंगा पड़ने वाला है, बल्कि मिठाइयों का स्वाद भी कुछ कम मीठा लगने वाला है. हालांकि इस बात की भी खुशी रहने वाली है कि इस होली में चीन के बजाए मेड इन इंडिया पिचकारियां रंग बिखेरेंगी.