India Consumption: हरियाणा में दूध, केरल में मांस-मछली! इन चीजों पर खर्च होते हैं भारतीयों के पैसे
Consumption expenditure survey 2022-23: भारत के कुछ राज्यों में लोग सबसे ज्यादा पैसे दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स पर खर्च कर रहे हैं. भारतीय लोग पैकेज्ड फूड पर भी जमकर पैसे खर्च करते हैं...
Household Consumption Expenditure Survey 2022-23: साल 2022-23 के लिए जारी हुए घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण (Household Consumption Expenditure Survey) के मुताबिक देश के ग्रामीण और शहरी दोनों ही इलाकों में लोग सबसे ज्यादा पैसे पेय पदार्थ, रिफ्रेशमेंट्स और प्रोसेस्ड फूड पर खर्च करते हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी राज्य हैं, जहां पैकेज्ड फूड के अलावा दूध और दूध के बने उत्पाद, अंडा, मांस, मछली पर ज्यादा पैसे खर्च किए जाते हैं.
यह राज्य दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स पर करता है सबसे ज्यादा खर्च
हरियाणा के ग्रामीण इलाके में लोग सबसे ज्यादा पैसे दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स पर खर्च करते हैं. यह उनके खाने के खर्च का 41.70 फीसदी है. वहीं भारत के दक्षिणी राज्य केरल में लोग खाने के खर्च का 23.5 फीसदी हिस्सा मांस, मछली और अंडे जैसे मांसाहार भोजन पर खर्च करते हैं.
वहीं राजस्थान के शहरी इलाकों में लोग दूध और दूध के बने प्रोडक्ट्स पर सबसे ज्यादा पैसे खर्च करते हैं. यह उनके खाने के खर्च का कुल 33.2 फीसदी हिस्सा है. वहीं हरियाणा के शहरी इलाकों में दूध और दूध के प्रोडक्ट्स पर कुल खाने के खर्च का 33.1 फीसदी और पंजाब में 32.3 फीसदी तक खर्च किया जाता है.
प्रोसेस्ड फूड से ज्यादा दूध पर खर्च कर रहे इन राज्य के लोग
राजस्थान, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में लोग दूध और दूध से बने उत्पाद पर प्रोसेस्ड फूड से ज्यादा खर्च कर रहे हैं. राजस्थान के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में लोग दूध और दूध के बने उत्पादों पर खाने के कुल खर्च का 35.5 फीसदी हिस्सा, पंजाब में 34.7 फीसदी हिस्सा, गुजरात में 25.5 फीसदी हिस्सा, उत्तर प्रदेश में 22.6 फीसदी हिस्सा और मध्य प्रदेश में 21.50 फीसदी हिस्सा खर्च कर रहे हैं.
वहीं तमिलनाडु देश का ऐसा राज्य है, जहां लोग सबसे ज्यादा प्रोसेस्ड फूड पर खर्च करते हैं. राज्य के शहरी क्षेत्र में प्रसोस्ड फूड पर लोग 33.70 फीसदी और ग्रामीण क्षेत्र में 28.40 फीसदी खर्च किया जाता है.
ग्रामीण और शहरी भारत में खाने पर इतना खर्च कर रहे लोग
घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण 2022-23 के अनुसार देश के ग्रामीण इलाके में एक परिवार अपनी कमाई का 46 फीसदी हिस्सा खाने पर खर्च करता है. इसमें प्रोसेस्ड, पेय पदार्थ और रिफ्रेशमेंट्स पर सबसे ज्यादा 9.62 फीसदी हिस्सा तक खर्च किया जाता है. वहीं दूध और दूध से बने उत्पादों पर 8.33 फीसदी हिस्सा और अनाज और अनाज के उत्पाद पर कुल 4.91 फीसदी हिस्सा खर्च किया जा रहा है. वहीं वित्त वर्ष 2022-23 में शहरी क्षेत्र में लोगों ने औसत मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय (MPCE) का 39 फीसदी हिस्सा खर्च किया है. ग्रीमाण क्षेत्रों की तरह देश के शहरी इलाकों में भी लोग सबसे ज्यादा पैसे पैकेज्ड फूड पर खर्च कर रहे हैं. वहीं दूध और दूध से बने उत्पादों पर कुल खर्च का 10.64 फीसदी, सब्जी और फल पर 7.22 फीसदी हिस्सा खर्च किया जा रहा है.
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