Employees Layoff: इस बड़ी भारतीय कंपनी के कर्मचारियों को झटका! 350 कर्मचारियों की एक साथ छंटनी, जानें कारण
Employees Layoff in HCL: दुनियाभर में बढ़ रही मंदी का सीधा असर आईटी सेक्टर पर देखने को मिल सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक आने वाले वक्त में आईटी सेक्टर के कई कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है.
HCL Technologies Employees Layoff: अगर आप आईटी सेक्टर (IT Sector) में नौकरी कर रहे हैं तो यह खबर आपको काम की है. देश की बड़ी कंपनी एचसीएल टेक (HCL Technologies) एक बेहद बड़े स्तर पर कर्मचारियों की छंटनी करने की तैयारी कर रही है. कंपनी ने करीब 350 काम करने वाले लोगों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है. ऐसे में इस सैकड़ों कर्मियों का 30 सितंबर 2022 को कंपनी में आखिरी दिन होगा. एचसीएल टेक (HCL Tech) द्वारा इस बड़े ऐलान के बाद से सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि कंपनी ने इतनी बड़ी संख्या में कर्मचारियों की छंटनी (HCL Technologies Employees Layoff) का फैसला क्यों किया है. आइए हम आपको कंपनी के इस फैसले के पीछे के वजह बताते हैं-
कंपनी ने क्यों लिया छटनी का फैसला?
देश की बड़ी आईटी कंपनी (IT Sector) एचसीएल टेक ने यह फैसला मंदी को देखते हुए लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के लिए किसी प्रोजेक्ट पर काम करने वाले कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है. माइक्रोसॉफ्ट के साथ एचसीएल का इस प्रोजेक्ट को लेकर कुछ मतभेद था. इसके बाद कंपनी ने इस प्रोजेक्ट के हाथ से निकलने के बाद कर्मचारियों की छंटनी का फैसला लिया है. सभी कर्मचारियों का 30 सितंबर 2022 कंपनी में आखिरी दिन होगा.
आईटी सेक्टर में आ सकती है मंदी
दुनियाभर में बढ़ रही महंगाई और मंदी का सीधा असर आईटी सेक्टर पर देखने को मिल सकता है. एक्सपर्ट्स का यह दावा है कि आने वाले वक्त में आईटी सेक्टर के कई कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है. वहीं बात करें HCL Technologies कि तो कंपनी ने अभी आधिकारिक रूप से इस खबर पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं की है और इसकी जानकारी कर्मचारियों को केवल टाउन हॉल मीटिंग के बाद ही दे दी थी. HCL के इस फैसले के बाद से TCS, Infosys और Wipro के कर्मचारियों में भी चिंता बढ़ी है.
ये भी पढ़ें-
SBI ने किया कमालः बैंक का मार्केट कैप 5 लाख करोड़ रुपये के पार, निवेशकों को भी दिया धमाकेदार रिटर्न