HDFC-HDFC Bank Share Crash: शुक्रवार का दिन भारतीय शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ है. और बाजार को नीचे गिराने में एचडीएफसी और  एचडीएफसी बैंक के शेयर की सबसे बड़ी भूमिका रही है. बाजार के दोनों ही दिग्गज शेयर 5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए. एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के स्टॉक में इस बड़ी गिरावट के चलते एक ही सेशन में बैंक निफ्टी 1000 अंकों से ज्यादा गिरकर बंद हुआ है. पर सवाल उठता कि गुरुवार को रिकॉर्ड हाई पर क्लोज होने वाले शेयरों में ऐसा क्या हुआ कि अगले ही दिन दोनों ही शेयरों के निवेशकों में मायूसी छा गई. 


एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के विलय की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है. इस बीच खबर ये आई कि दोनों ही वित्तीय संस्थानों के आपस में विलय के बाद एमएससीआई नई एंटिटी एचडीएफसी बैंक को 0.5 फीसदी एडजस्टमेंट फैक्टर के साथ एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्स इंडेक्स (MSCI Global Standard index ) के लार्जकैप सेगमेंट में शामिल करेगा. ऐसा हुआ तो एचडीएफसी बैंक के स्टॉक में बिकवाली आ सकती है और 150 से 200 मिलियन डॉलर के करीब निवेश की निकासी देखी जा सकती है.  बाजार को अनुमान था कि 1 फीसदी एडजस्टमेंट फैक्टर के साथ इंडेक्स में शामिल किया जाएगा. ऐसा होने पर एचडीएफसी बैंक के स्टॉक में 3 बिलियन डॉलर तक का नया निवेश देखने को मिलता. 


मौजूदा समय में एचडीएफसी का एमएससीआई इंडिया इंडेक्स (MSCI India index) में 6.74 फीसदी वेटेज है. एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के विलय के बाद जो नई कंपनी बनेगी उसका इंडेक्स में वेट घटकर 6.5 फीसदी रह जाएगा. विदेशी निवेशक एमएससीआई ग्लोबल स्टैंडर्स इंडेक्स में कंपनी के वेटेज के आधार पर उस स्टॉक में निवेश करते हैं. 


इस खबर के बाद एचडीएफसी बैंक का शेयर 5.90 फीसदी की गिरावट के साथ 1625 रुपये पर क्लोज हुआ है तो एचडीएफसी का स्टॉक 5.63 फीसदी की गिरावट के साथ 2701 रुपये पर क्लोज हुआ है. एचडीएफसी बैंक ने कल ही 1734 रुपये का लाइफटाइम को छूआ था लेकिन आज की गिरावट के बाद मार्केट कैप घटकर 9.07 लाख करोड़ रुपये रह गया है. जबकि एचडीएफसी का मार्केट कैप 4.95 लाख करोड़ रुपये रह गया है. 


आपको बता दें एचडीएफसी समूह की हाउसिंग फाइनैंस कंपनी एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक का आपस में विलय होने जा रहा है. इस विलय के बाद एचडीएफसी बैंक देश की दूसरी बड़ी लिस्टेड कंपनी हो जाएगी. 


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