HDFC Merger: अब सिर्फ चंद घंटों का इंतजार, फिर पूरी दुनिया में बजेगा इस भारतीय बैंक का डंका
HDFC Merger Update: अभी टॉप ग्लोबल बैंकों की फेहरिस्त में भारत का कोई नाम नहीं है, लेकिन कल यानी शनिवार से यह तस्वीर बदलने वाली है. भारत का यह बैंक एक झटके में चौथे नंबर पर पहुंचने वाला है...
भारत का बैंकिंग जगत कुछ ही समय में एक बड़े अहम बदलाव का साक्षी बनने जा रहा है. इसके साथ ही पहली बार ऐसा होगा कि भारतीय बैंकिंग जगत का कोई नाम अमेरिका और चीन के बैंकों की टक्कर में खड़ा होगा.
आगे रहेंगे सिर्फ ये 3 बैंक
दरअसल एचडीएफसी बैंक और हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन यानी एचडीएफसी का विलय 1 जुलाई 2023 से प्रभावी होने वाला है. इसके साथ ही एचडीएफसी बैंक का साइज एक झटके में बढ़ जाने वाला है और उसकी गिनती दुनिया के सबसे बड़े बैंकों की श्रेणी में शुरू होने वाली है. ब्लूमबग्र के आंकड़ों के अनुसार, विलय के बाद बाजार पूंजीकरण के हिसाब एचडीएफसी बैंक दुनिया में चौथे स्थान पर पहुंच जाएगा. उससे आगे सिर्फ जेपी मॉर्गन चेस, इंडस्ट्रियल एंड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना और बैंक ऑफ अमेरिका रहेंगे.
सबसे बड़ी कॉरपोरेट डील
एचडीएफसी बैंक प्रस्तावित सौदे से पहले ही भारत के सबसे बड़े बैंकों में से एक है. वहीं एचडीएफसी भारत का सबसे बड़ा मोर्टगेज लेंडर है. एचडीएफसी बैंक ने पिछले साल 4 अप्रैल को एचडीएफसी का विलय करने की जानकारी दी थी. यह सौदा करीब 40 बिलियन डॉलर का है. इस तरह यह भारत के कॉरपोरेट इतिहास की अब तक की सबसे बड़ी डील है.
जर्मनी की जनसंख्या से ज्यादा ग्राहक
विलय के बाद जो विशाल कंपनी सामने आएगी, उसकी वैल्यू 172 बिलियन डॉलर होगी. नई कंपनी का संयुक्त एसेट बेस करीब 18 लाख करोड़ रुपये का होगा. ग्राहकों की संख्या के मामले में भी एक ऐसा रिकॉर्ड बनने वाला है, जिससे आप हैरान हो जाएंगे. नई कंपनी के ग्राहकों की संख्या करीब 12 करोड़ होगी, जो यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी की कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है. वहीं विलय के बाद नई कंपनी के ब्रांचों की संख्या 8,300 से ज्यादा और कुल कर्मचारियों की संख्या 1.77 लाख के करीब हो जाएगी.
पीछे छूट जाएंगे ये बड़े ग्लोबल बैंक
अभी भारत का सबसे बड़ा बैंक सरकारी क्षेत्र का एसबीआई है. हालांकि 1 जुलाई से एसबीआई मीलों पीछे छूट जाने वाला है. एचडीएफसी बैंक सिर्फ भारतीय प्रतिस्पर्धियों स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और आईसीआईसीआई बैंक को ही पीछे नहीं छोड़ने वाला है, बल्कि एचएसबीसी होल्डिंग्स पीएलसी और सिटी ग्रुप जैसे बड़े वैश्विक बैंक भी पीछे छूट जाएंगे.
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