HDFC Merger Update: देश की कॉर्पोरेट हिस्ट्री (Corporate History) में एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) और एचडीएफसी (HDFC) का विलय होने जा रहा है, लेकिन इस काम में अभी 8 से 10 महीने और लग सकते है. इस बारे में एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख (Deepak Parekh, HDFC Chairman) ने विलय को लेकर जानकारी दी है. HDCF बैंक ने अपनी प्रमुख आवास वित्त कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) के साथ विलय अगले साल सितंबर तक पूरा होने की उम्मीद जताई है. 


कंपनी ने क्या कहा 
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक दोनों ने शेयरधारकों की मंजूरी लेने के लिए शुक्रवार को आम बैठक का आयोजन किया गया है. इस बैठक में भारतीय कॉरपोरेट इतिहास में 40 अरब डॉलर से अधिक के सबसे बड़े विलय पर चर्चा हुई है. 4 अप्रैल 2022 को दोनों कंपनियों ने विलय की घोषणा के समय कहा था कि इसमें 12 से 18 महीने का समय लग सकता है. 


बैठक में क्या हुआ 
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) एवं प्रबंध निदेशक शशिधरन जगदीशन (Sasidharan Jagadishan) ने बैठक में कहा, ‘‘हम मानते हैं कि अतीत के तौर-तरीकों और पिछले रुझानों को देखते हुए प्रभावी तारीख की घोषणा करने में लगभग 8 से 10 महीने का समय लगेगा. उन्होंने कहा कि एचडीएफसी लिमिटेड के बेहतर पूंजी पर्याप्तता अनुपात के जरिये इस विलय से नयी इकाई के पूंजी पर्याप्तता अनुपात को 0.20 से 0.30 प्रतिशत तक बढ़ाने में मदद मिलेगी. जगदीशन ने कहा कि HDFC के 3,500 से अधिक कर्मचारी बैंक के 1.61 लाख कर्मचारियों की सूची में शामिल होंगे और कुछ को छोड़कर एचडीएफसी की लगभग सभी 508 शाखाओं का विलय भी हो जाएगा. दोनों बैठकों की अध्यक्षता राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (NCLT) द्वारा नियुक्त गौतम दोषी ने की है. गौतम ने कहा कि मतदान के परिणाम की एक प्रति शनिवार शाम तक एनसीएलटी को उपलब्ध करा दी जाएगी.


कंपनी चेयरमैन ने क्या कहा 
एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख (Deepak Parekh, HDFC Chairman) ने बैठक में कहा कि एचडीएफसी बैंक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साथ विलय को लेकर काम कर रहा है, लेकिन शेयरधारकों को चिंता करने की जरुरत नहीं है. पारेख ने एचडीएफसी शेयरधारकों को स्पष्ट तौर पर कहा कि वह आयु शर्तों को देखते हुए एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडल में शामिल नहीं होंगे और चक्रवर्ती एचडीएफसी बैंक के चेयरमैन बने रहेंगे.


एचडीएफसी बैंक ने क्या कहा 
एचडीएफसी बैंक के चेयरमैन अतनु चक्रवर्ती (HDFC Bank Chairman Atanu Chakraborty) ने कहा कि एचडीएफसी की सभी सहायक कंपनियां विलय की गई इकाई की सहायक कंपनियां बन जाएंगी. हालांकि, कुछ ऐसी इकाइयां भी हैं जो बैंक का हिस्सा नहीं हो सकती हैं और उनका विनिवेश किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सहायक कंपनियों के विलय के लिए आरबीआई (RBI) और भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) से मंजूरी मांगी जायेगी. 


 


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