HDFC Bank: एचडीएफसी के कर्मचारियों को मिली बड़ी खुशखबरी, 1500 करोड़ रुपये देगा बैंक
HDFC Bank Employees: एचडीएफसी बैंक के एमडी एवं सीईओ शशिधर जगदीशन ने कहा कि बैंक के स्टाफ ने मर्जर के बाद बहुत अच्छा काम किया है. उन्हें इसका इनाम मिलना ही चाहिए.
HDFC Bank Employees: प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी (HDFC Bank) ने अपने कर्मचारियों में 1500 करोड़ रुपये बांटने का फैसला किया है. एचडीएफसी बैंक के एमडी एवं सीईओ शशिधर जगदीशन (Sashidhar Jagdishan) ने यह जानकारी देते हुए कहा कि इस वन टाइम पेमेंट से युवा कर्मचारियों का उत्साहवर्धन होगा. शानदार तिमाही नतीजों से उत्साहित होकर यह फैसला लिया गया है. बैंक को जनवरी-मार्च तिमाही में 16,511 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है. बैंक ने शनिवार को तिमाही नतीजों का ऐलान करने के बाद 19.5 रुपये का डिविडेंड (HDFC Bank Dividend) देने की घोषणा भी की थी.
मर्जर के बाद स्टाफ ने सराहनीय काम किया
शशिधर जगदीशन के अनुसार, बैंक के स्टाफ (HDFC Bank Employees) ने अच्छा प्रदर्शन किया है. इसका इनाम उन्हें मिलना ही चाहिए. एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) के साथ हुए मर्जर के बाद स्टाफ ने सराहनीय काम किया है. मर्जर के बाद काम बहुत तेजी से बढ़ा था. मगर, हमारे स्टाफ ने दोगुनी मेहनत करके इसे तय समय में निपटाया. साथ ही हम एट्रीशन रेट भी संभालना चाहते हैं. इसलिए उनकी मेहनत और बैंक से जुड़े रहने के लिए धन्यवाद के तौर पर हमने यह राशि बांटने का फैसला किया है. हम अपने लाभ को कर्मचारियों के साथ शेयर करना चाहते हैं.
19.5 रुपये का डिविडेंड देने का किया था ऐलान
प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को निवेशकों को प्रति शेयर 19.5 रुपये का डिविडेंड देने का ऐलान भी किया था. एचडीएफसी बैंक के बोर्ड ने डिविडेंड के फैसले को मंजूरी दे दी है. बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही के नतीजे घोषित करते हुए बताया कि उसे 16,511 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ है. एचडीएफसी बैंक की नेट इंट्रेस्ट इनकम (NII) भी बढ़कर 29,007 करोड़ रुपये हो गई है. एचडीएफसी बैंक का नेट रेवेन्यू भी जनवरी-मार्च तिमाही में बढ़कर 47,240 करोड़ रुपये रहा है. इसमें बैंक की सब्सिडियरी एचडीएफसी क्रेडिला फाइनेंशियल सर्विसेज (HDFC Credila Financial Services) की हिस्सेदारी बेचकर मिले 7340 करोड़ रुपये भी शामिल हैं.
ये भी पढ़ें
UPI Market: बड़े बदलाव की ओर बढ़ा रहा यूपीआई मार्केट, फोनपे और गूगल पे पर गिरेगी गाज