HDFC Defence Fund: भारतीय शेयर बाजार में लिस्टेड डिफेंस स्टॉक्स (Defence Stocks) में जोरदार तेजी देखी जा रही है. तो निवेशकों में डिफेंस स्टॉक्स से लेकर डिफेंस सेक्टर से जुड़े म्यूचुअल फंड में निवेश करने की होड़ मची है. एचडीएफसी म्यूचुअल फंड (HDFC Mutual Fund) वैल्यूएशन की चिंताओं के मद्देनजर एचडीएफसी डिफेंस फंड में एकमुश्त निवेश को बंद करने के बाद अब सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan)के जरिए भी निवेश पर भी बंदिशें लगाने जा रहा है. 22 जुलाई 2024 से एचडीएफसी डिफेंस फंड में नए एसआईपी का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा.
एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने एचडीएफसी डिफेंस फंड में 22 जुलाई 2024 से नया एसआईपी (SIP) रजिस्टर नहीं करेगी. 22 जुलाई से पहले जिस एसआईपी को रजिस्टर कर लिया जाएगा उसकी प्रोसेसिंग होगी. जून 2023 से पहले ही फंड में एकमुश्त निवेश लेने पर रोक लगी हुई थी. एचडीएफसी डिफेंस फंड एक सेक्टरोल फंड है जो डिफेंस कंपनियों या उससे जुड़े सेक्टर्स के स्टॉक्स में निवेश करती है. निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स टीआरआई (Nifty India Defence Index TRI) के तहत इस फंड के बेंचमार्क किया गया है. अभिषेक पोद्दार और ध्रुव मुच्छल इस फंड को मैनेज करते हैं.
डिफेंस सेक्टर के स्टॉक्स में वैल्यूएशन चिंताओं के चलते एचडीएफसी म्यूचुअल फंड को फंड्स के डिप्लॉयमेंट में दिक्कतें आ रही है. लेकिन निवेश के रिडेम्प्शन, स्विच-आउट, एसटीपी-आउट्स पर कोई रोक नहीं होगी. ये पहला मौका नहीं है जब एसेट मैनेजमेंट कंपनियों ने ये फैसला लिया है. इससे पहले भी एसेट मैनेजमेंट कंपनियां स्मॉल कैप फंड में एकमुश्त निवेश लेने से लेकर एसआईपी के जरिए निवेश लेने पर बंदिशें लगा चुकी है.
एचडीएफसी डिफेंस फंड की लॉन्चिंग 2 जून 2023 को हुई थी. तबसे एचडीएफसी डिफेंस फंड ने निवेशकों को 123.33 फीसदी का रिटर्न दिया है. जबकि एक साल में फंड ने 132.73 फीसदी का रिटर्न दिया है.10 जुलाई 2024 को फंड का एनएवी 24.88 रुपये प्रति यूनिट था.
एचडीएफसी डिफेंस फंड कुल 3667 करोड़ रुपये फंड को मैनेज करता है और फंड के पोर्टफोलियो में 21 स्टॉक्स हैं जिसमें आधे से ज्यादा एसेट अंडर मैनेजमेंट तीन डिफेंस कंपनियों हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और अस्ट्रा माइक्रोवेव प्रोडक्ट्स में निवेशित है. बाकी बचे 50 फीसदी एयूएम 18 स्टॉक्स में निवेश किया हुआ है. डिफेंस स्टॉक्स में तेजी का हाल इसी से लगाया जा सकता है एचएएल के स्टॉक में एक साल में 183 फीसदी का उछाल आ चुका है तो मझगांव डॉक के स्टॉक में 260 फीसदी का उछाल आ चुका है.
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