नई दिल्ली: निजी क्षेत्र के सबसे बड़े ऋणदाता एचडीएफसी बैंक ने मंगलवार को स्वीकार किया कि उसके डिजिटल बैंकिंग मंच में दिक्कतें आईं. बैंक ने इसके लिए खेद भी जताया.
एचडीएफसी बैंक ने ट्वीट किया, ‘‘कुछ ग्राहकों को हमारी नेटबैंकिंग/मोबाइलबैंकिंग ऐप पर पहुंचने में दिक्कत आ रही है. हम प्राथमिकता के आधार पर इसका समाधान कर रहे हैं. ग्राहकों को हुई परेशानी का हमें खेद है.’’
बाद में बैंक ने ट्वीट करके यह भी सूचना दी कि नेटबैंकिंग/मोबाइलबैंकिंग ऐप में आ रही दिक्कत ठीक कर दी गई है.
यह पहला मौका नहीं है जबकि एचडीएफसी बैंक के ग्राहकों को दिक्कत हुई है. पूर्व में भी दो मौकों पर ऐसा हो चुका है. रिजर्व बैंक ने उस समय एचडीएफसी बैंक पर इसके लिए जुर्माना भी लगाया था.
पिछले दो साल के दौरान एचडीएफसी बैंक में सेवाओं में बाधा की समस्या को देखते हुए दिसंबर में रिजर्व बैंक ने निजी क्षेत्र के बैंक पर नए डिजिटल बैंकिंग पहल शुरू करने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने की रोक लगा दी थी. सेवाओं में गड़बड़ी को लेकर एचडीएफसी बैंक पर दो अवसरों नवंबर, 2018 और दिसंबर, 2019 में जुर्माना भी लगाया जा चुका है.
बैंक में सेवाओं में आ रही बाधा की शिकायतों पर कड़ रुख अपनाते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने दिसंबर में कहा था कि बैंक में कुछ खामियां चिंता का विषय हैं. गवर्नर ने कहा था कि एचडीएफसी बैंक को और विस्तार से पहले अपनी आईटी प्रणाली को मजबूत करना चाहिए.
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