Health Insurance: आपने सुना होगा या फिर कई लोगों के साथ ये घटना घटित हो चुकी होगी कि आप कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने गए और सस्ते के चक्कर में ऐसी कोई पॉलिसी खरीद लिए जो आपके कई क्रिटिकल कंडीशन में काम ही न आए. वहीं भविष्य में उसके लिए आपको अपने जेब से और पैसे खर्च करने पड़ जाएं.


कई ग्राहक लंबे समय से बीमा क्षेत्र में गलत खरीद के बारे में शिकायत करते रहे हैं. हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के एक सम्मेलन में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) और आईआरडीएआई (इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के चेयरमैन देबाशीष पांडा (Debasish Panda) ने इस विषय चर्चा की जिसके बाद से ये मुद्दा फिर से लोगों के सामने उभर आया है.


अगर आप अपने पैसे को बहुत जल्दी निकाल लेते हैं या अपने पैसे को किसी ऐसी पॉलिसी में फंसा देते हैं जिसमें मुनाफे की संभावना बहुत कम है या जो लिक्विड फॉर्म में नहीं है तो अनुचित जीवन बीमा पॉलिसी खरीदने से आपको वित्तीय नुकसान हो सकता है.


जब स्वास्थ्य बीमा की बात आती है तो पॉलिसी का गलत चयन आपको कई गंभीर हालातों में धोखा दे सकते हैं यानी आपकी गंभीर बीमारी या चोट के चलते अस्पताल में भर्ती होने पर वह आपको बीमा का लाभ देने से मना कर दें. इसलिए हेल्थ पॉलिसी खरीदने से पहले काफी सावधानी से उसके बारे में पूरी जानकारी जुटा लें.यहां एक लंबी जांच लिस्ट दी गई है. अगर आप भी हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने जा रहे हैं तो इंश्योरेंस कॉन्ट्रैक्ट पर साइन करने से पहले इस लिस्ट को जरूर चेक कर लें.


सबसे सस्ता नहीं हो सकता सबसे अच्छा


प्रीमियम पॉलिसी आपके बीमा चयन में एक जरूरी पैरामीटर है, लेकिन फिर भी यह आपकी प्राथमिकता नहीं होनी चाहिए. हालांकि ये भी एक बड़ा तथ्य है कि पॉलिसी होल्डर्स प्रीमियम में बढ़ती कीमतों से परेशान हैं लेकिन सबसे सस्ती पॉलिसी खरीदना इसका समाधान नहीं है. ये भी फैक्ट सही है कि एक सस्ती पॉलिसी आपकी सभी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकती है. इसमें रूम रेट समेत कई प्रतिबंधों पर सब-लिमिट हो सकती हैं. यानी कि आपको सब-ऑप्टिमल कवर मिल सकता है और क्लेम सेटलमेंट के समय आपको अपनी जेब से अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है.


इसके अलावा, आपका बीमाकर्ता अपने क्लेम एक्सीपीरिएंस आपकी आयु और मौजूदा स्वास्थ्य सेवा खर्च के आधार पर आगे चलकर प्रीमियम बढ़ा दे. इसलिए जो अभी सस्ता लगता है वह भविष्य में महंगा हो सकता है.


कुछ हेल्थ कंडीशन का न करें खुलासा


आपका ब्लड शुगर कभी-कभार बढ़ जाता है या फिर लगातार सामान्य से अधिक कोलेस्ट्रॉल का रहना यह सामान्य स्वास्थ्य स्थितियां हैं इसलिए इसे बताने की जरूरत नहीं है. पॉलिसी खरीदते समय अपने हेल्थ हिस्ट्री के बारे में जानकारी देते समय पूरी तरह से पारदर्शी होना सबसे अच्छा है.


क्लॉज को खुद से पढ़ें


अपने एजेंट की ओर से दी जाने वाली आपकी पॉलिसी के फीचर्स और उस पर प्रतिबंधों के जानकारी से संतुष्ट न हों. जरूरी क्लॉज को जरूर पढ़ें. अगर आपको पॉलिसी के सभी शब्दों को पढ़ना कठिन लगता है, तो अधिक कॉनसाइस कस्टमर इंफॉर्मेशन शीट (CIS) देखें. आईआरडीएआई के नियमों के अनुसार, इसे हर बीमाकर्ता को इसे जरूर देना होता है.


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