Health Insurance: बढ़ने वाले हैं हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम, जानिए जेब पर कितना होगा असर
Health Insurance Premium: इरडा के नए नियमों में कस्टमर्स को बहुत सारी सहूलियत दी गई थीं. अब इसके बदले में आपको बढ़ा हुआ प्रीमियम देने के लिए तैयार हो जाना चाहिए.
Health Insurance Premium: इंश्योरेंस सेक्टर के रेगुलेटर इरडा (IRDAI) ने हाल ही में कई नियमों में बदलाव किया था. इनका असर अब आपकी जेब पर भी पड़ने वाला है. नई गाइडलाइन के चलते अब बीमा कंपनियां हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) का प्रीमियम बढ़ाने जा रही हैं. इसके चलते प्रीमियम में न्यूनतम 1000 रुपये तक का इजाफा हो सकता है. कुछ कंपनियों ने प्रीमियम में बढ़ोतरी के संकेत भी देने शुरू कर दिए हैं.
इरडा ने बदल दिए हैं कई नियम
इरडा की नई गाइडलाइन के अनुसार, वेटिंग पीरियड को अब अधिकतम 4 साल से घटाकर 3 साल कर दिया गया है. इसके अलावा सीनियर सिटीजन को भी नए नियमों में राहत दी गई है. इसके अलावा बीमा कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों को भी हेल्थ इंश्योरेंस दिया जाए. इसके अलावा कंपनियों को निर्देश दिए गए थे कि वह लोगों को इंस्टालमेंट का विकल्प भी उपलब्ध कराएं. इन नए नियमों से कस्टमर्स को काफी राहत मिली है. मगर, कंपनियां अब प्रीमियम रेट में इजाफा करने को तैयार हो गई हैं.
एचडीएफसी एरगो कर चुकी है ऐलान
एचडीएफसी एरगो (HDFC ERGO) ने हाल ही में कहा था कि वह प्रीमियम में 7.5 फीसदी से लेकर 12.5 फीसदी तक इजाफा करने जा रही है. कंपनी ने कस्टमर्स को भेजे एक ईमेल में कहा है कि पॉलिसीधारक की उम्र और परिवार के सदस्यों के आधार पर प्रीमियम में बढ़ोतरी की जाएगी. नए नियमों और मेडिकल कॉस्ट में हुए इजाफे के चलते यह फैसला लिया गया है.
कोविड 19 के बाद तेजी से बढ़ा है प्रीमियम
एको जनरल इंश्योरेंस ने कहा है कि कंपनियां प्रीमियम में 10 से 15 फीसदी इजाफा कर सकती हैं. इरडा ने अब 65 साल से भी अधिक उम्र के लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस देने का निर्देश दिया है. चूंकि कस्टमर की बढ़ती हुई उम्र के साथ ही कंपनियों की रिस्क में इजाफा होता है इसलिए प्रीमियम का बढ़ना तय है. हर 5 साल की उम्र के बाद प्रीमियम 10 से 20 फीसदी बढ़ जाते हैं. सीएनबीसी टीवी 18 की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2019 से लेकर 2024 तक औसत प्रीमियम लगभग 48 फीसदी बढ़कर 26533 रुपये हो चुका है. कोविड 19 के बाद इसमें तेजी से इजाफा हुआ है.
ये भी पढ़ें
क्या शेयर बाजार की तरह ही है वस्तु बाजार, जहां फसलों और धातुओं पर लगता है पैसा?