Car Care in Monsoon: बरसात में वाहन के मेंटेनेंस और मरम्मत का भारी खर्च नहीं बनेगा बोझ, अपनाएं ये नुस्खे
Car Care in Monsoon: अपने वाहन का बीमा लेते समय अगर आप कुछ बातों का ख्याल रखें तो भले जेब से थोड़े अधिक पैसे जाएं लेकिन मॉनसून में अपने वाहन के रखरखाव को लेकर निश्चिंत रहेंगे आप.
नितिन देव | बारिश के मौसम (Monsoon) में अक्सर वाहनों के रखरखाव और मरम्मत का खर्च बढ़ जाता है. इन खर्चों को कम करने के लिए आप कुछ सुझावों पर विचार कर सकते हैं. सबसे पहले, पर्याप्त ऐड-ऑन (Add-On Covers) के साथ व्यापक बीमा (Coprehensive Insurance Cover) ज़रूर करा लें, जो दुर्घटनाजनित क्षति और बाढ़ के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करता है. इसके बाद, नियमित जाँच और सर्विसिंग का काम विशेषकर बारिश का मौसम शुरू होने के पहले ही करायें और वाहन के उचित रखरखाव को प्राथमिकता दें. गीली सतह पर फिसलने और दूसरी दुर्घटनाओं का ख़तरा कम से कम करने के लिए टायरों में सही हवा और पर्याप्त ट्रेड का ध्यान रखें. साथ ही, विंडशील्ड वाइपर्स, ब्रेक्स के परफॉरमेंस, बैटरी की स्थिति, वाहन की लाइट्स, और इलेक्ट्रिकल कनेक्शन्स की जांच भी करें. इस सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से संभावित समस्याओं को समय पर पहचानने और उन्हें ठीक करने में मदद मिलेगी.
ड्राइव करते वक्त बरतें सावधानी
इसके अलावा, ड्राइव करते समय सावधानी बरतें, क्योंकि बारिश में विजिबिलिटी कम होगी, विंडोज पर फॉग हो सकता है, और सड़कें फिसलन-भरी हो सकती हैं. बारिश में एक्सप्रेसवे पर ड्राइव करते समय तेज स्पीड से बचें क्योंकि सड़क की सतह और टायरों के बीच पानी की परत हो सकती है, जिससे स्टीयरिंग और ब्रेक्स ठीक से काम नहीं करेंगे. सामने वाले वाहन से पर्याप्त दूरी सुनिश्चित करें ताकि फिसलन-भरी सतहों या गीले ब्रेक्स के कारण ब्रेक लेने के लिए ज्यादा दूरी की ज़रुरत पूरी हो सके. पानी से भरी सड़कों पर ड्राइव करने से वाहन में खराबी आ सकती है, जैसे कि इंजन बंद हो सकता है. ऐसी स्थिति में बंद इंजन को दोबारा स्टार्ट करने की कोशिश नहीं करें, बल्कि पूरी जांच के लिए उसे टो करके नजदीकी डीलर के पास ले जाएँ.
कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी क्यों है जरूरी?
बीमा में निवेश करना एक दूरदर्शी फैसला होता है. बीमा जहां एक अतिरिक्त खर्च लग सकता है, वहीं यह मानसिक सुकून और किसी अप्रत्याशित घटना से सुरक्षा प्रदान करता है. कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी थर्ड-पार्टी देयताओं और हानि, या दुर्घटना, आग, चोरी, तथा प्राकृतिक आपदाओं के कारण बीमित कार को होने वाली क्षति से सुरक्षा प्रदान कर सकती है.
दुर्घटना के कारण क्षति की स्थिति में, पॉलिसी में डेप्रिसिएशन को दावा का भुगतान करने के पहले घटा दिया जाता है. उदाहरण के लिए, प्लास्टिक के पुर्जों के लिए डेप्रिसिएशन की दर 50% होगी, जबकि फाइबर ग्लास के लिए 30% और ग्लास के लिए 0% होगी.
बाकी सभी पुर्जों के लिए डेप्रिसिएशन की दर कार की आयु से सम्बद्ध होती है. छः महीने से एक वर्ष तक पुरानी कार पर पाँच प्रतिशत और दस वर्षों के अधिक पुरानी कारों पर आधी दर होती है.
जीरो-डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन के फायदे
जीरो-डेप्रिसिएशन ऐड-ऑन से यह सुनिश्चित होता है कि पुर्जों का वास्तविक मूल्य मिलेगा. इसके अलावा कंज्यूमेबल ऐड-ऑन खरीदने पर तेल, नट्स, और बोल्ट्स का भुगतान होगा. इस प्रकार, इन ऐड-ऑन से कार के सभी नुकसानों में से कटौतियां घटाकर बाकी रकम का भुगतान होगा.
इंजन प्रोटेक्शन कवर की अहमियत
अगर आपको पानी से भरी सडकों पर यात्रा करनी ही पड़े, तो इंजन प्रोटेक्शन कवर से मदद मिलेगी. अनेक पॉलिसीधारक ऐसा समझते हैं कि उनकी इंजन में पानी घुसने से हुई क्षति के लिए भी दावा स्वीकार किया जाएगा. लेकिन ऐसा नहीं होता है, जब तक कि आपने इंजन प्रोटेक्शन ऐड-ऑन नहीं लिया है.
मोटर बीमा वाहन मालिकों के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश है. इन एहतियाती कदमों को लागू करके और आपकी मोटर बीमा पॉलिसी में उपलब्ध सुरक्षा के विकल्पों का प्रयोग करके, आप बारिश के मौसम के दौरान वाहन के रख-रखाव और मरम्मत के अत्यधिक खर्च को काफी कम कर सकते हैं. अपनी पॉलिसी की शर्तों की गहन समीक्षा, आपको उपलब्ध सुरक्षा के विकल्पों की समझ, और वाहन के रख-रखाव के लिए लगातार अग्रसक्रिय नजरिया अपनाना आवश्यक है. उचित मोटर बीमा पॉलिसी और अपने वाहन की उचित देखभाल से आप मॉनसून के दौरान आने वाली चुनौतियों का पूरे आत्मविश्वास के साथ मुकाबला कर सकेंगे और आपको मानसिक सुकून के साथ ही वित्तीय सुरक्षा का आनंद उठाने का मौका मिलेगा.
(लेखक ज़ूनो जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड के चीफ टेक्निकल ऑफिसर (अन्डरराइटिंग, क्लेम्स एंड रिइंश्योरेंस) हैं. प्रकाशित विचार उनके निजी हैं.)
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