Most Expensive Countries: ये हैं दुनिया के 10 सबसे महंगे और सस्ते देश, जानिए भारत किस पायदान पर
InterNations Report: यूनाइटेड नेशंस के अनुसार, लगभग 23 करोड़ लोग अपना देश छोड़कर अन्य देशों में काम कर रहे हैं. सर्वे में कॉस्ट ऑफ लिविंग और महंगाई के आधार पर सभी देशों की रैंकिंग तय की है.
InterNations Report: दुनिया अब एक ग्लोबल विलेज बन चुकी है. मल्टी नेशनल कंपनियों में काम करने वाले लोगों को एक देश से दूसरे देश में जाना पड़ता है. इसके अलावा बेहतर जिंदगी और पैसे की तलाश में भी लोग विदेश में काम करना पसंद करते हैं. हालांकि, विदेश में जीवन इतना आसान भी नहीं होता है. अगर आपको ऐसा लग रहा है कि बाहर सैलरी ज्यादा मिलने वाली है तो वहां के खर्चों पर भी आपको ध्यान देना होगा. आज हम आपको ऐसे ही 10 सबसे और सस्ते मुल्कों के बारे में बताने जा रहे हैं.
23 करोड़ लोग दुनिया के अन्य देशों में कर रहे काम
इस लिस्ट में एशिया के देश अभी भी बाहर से काम करने के लिए आने वालों के लिए सस्ते पड़ते हैं. यूनाइटेड नेशंस (United Nations) की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 23 करोड़ लोग काम की तलाश में अपना देश छोड़कर अन्य देशों में काम कर रहे हैं. अपना देश छोड़कर नई जगह काम करने पहुंचे इन लोगों को कई चुनौतियां भी झेलनी पड़ती हैं. इंटर नेशंस (InterNations) ने अपने ताजा सर्वे में कॉस्ट ऑफ लिविंग, महंगाई और क्वालिटी ऑफ लाइफ के आधार पर सभी देशों की रैंकिंग तय की है. इस सर्वे में 53 देशों को शामिल किया गया है.
सबसे सस्ता मुल्क वियतनाम, भारत 6वें नंबर पर
इस सर्वे में पता चला है कि विदेशियों के काम करने के लिए दुनिया का सबसे सस्ता मुल्क वियतनाम है. टॉप 10 सस्ते देशों की लिस्ट में एशिया से वियतनाम के अलावा इंडोनेशिया तीसरे, फिलीपींस 5वें, भारत 6वें, थाईलैंड 8वें और चीन 10वें नंबर पर रहा है. हालांकि, सिंगापुर इस लिस्ट में काफी नीचे जाकर 48वें स्थान पर पहुंच गया है. इन देशों में बाहर से काम करने आने वालों के लिए सस्ता खाना, घर और ट्रेवल ऑप्शन मौजूद हैं. लिस्ट में ब्राजील 9वें स्थान पर रहा है.
इन देशों में काम करने वालों को खर्च चलाने में हो रही दिक्कत
रिपोर्ट के अनुसार, इन 10 देशों में काम करने वाले लोगों को काफी दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं. यहां काम कर रहे लोगों का दावा है कि उनकी कमाई इन देशों में होने वाले खर्च को झेलने के लिए पर्याप्त नहीं पड़ रही है. इनमें मिडिल ईस्ट के तीन देश बहरीन (46वें), तुर्की (45वें) और कुवैत (44वें) शामिल हुए हैं. इसके अलावा विदेशियों के काम करने के लिए न्यूजीलैंड, नॉर्वे, आयरलैंड, ब्रिटेन, फिनलैंड और कनाडा भी काफी महंगे देश हैं.
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