High Inflation Impact: आपकी सैलरी बढ़ोतरी के जश्न को कैसे महंगाई किरकिरा कर देगी, समझिए आंकड़े
High Inflation Impact: अप्रैल महीने में कंपनियां बेहतरीन कार्य करने वाले एम्पलॉय को वेतन में बढ़ोतरी कर पुरस्कृत करती हैं. लेकिन कमरतोड़ महंगाई, सैलरी में बढ़ोतरी के जश्न को इस बार फीका कर सकती है.
High Inflation To Fade Celebration of salary hike: कॉरपोरेट सेक्टर में काम करने वाले हर एम्पलॉय को अप्रैल महीने का इंतजार रहता है. क्योंकि इस महीने में कंपनियां बेहतरीन कार्य करने वाले एम्पलॉय को वेतन में बढ़ोतरी कर पुरस्कृत करती हैं. कोरोना महामारी के बावजूद कॉरपोरेट जगत ने बीते एक सालों में बेहतरीन वित्तीय नतीजे दिखाये हैं तो अब कंपनियां अपनी कर्मचारियों को इंक्रीमेंट लेटर देकर वेतन बढ़ोतरी की सौगात देंगी. लेकिन कमरतोड़ महंगाई, सैलरी में बढ़ोतरी के जश्न को इस बार फीका कर सकती है. चलिए सिलसिलेवार आपको बताते हैं क्यों सैलरी में बढ़ोतरी आपके लिए नाकाफी साबित होने वाली है.
शहरी इलाकों में महंगाई ने रुलाया
मंगलवार 12 अप्रैल, 2022 खुदरा महंगाई दर के आंकड़े आए जो बताने के काफी है कि शहरी इलाकों में किस प्रकार महंगाई वेतनभोगियों को परेशान कर रही है. मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation ) 18 महीने के उच्चतम स्तर 6.95 फीसदी रही है. यानि 7 फीसदी के करीब. इन आंकड़़ों के मुताबिक शहरी इलाकों में महंगाई में जबरदस्त बढ़ोतरी आई है. फरवरी में शहरी इलाकों में खुदरा महंगाई दर 5.75 फीसदी था जो मार्च 2022 में बढ़कर 7.66 फीसदी पर जा पहुंची है. मार्च महीने में खाने पीने की चीजों की महंगाई दर में जबरदस्त उछाल आया है. मार्च में खाद्य महंगाई दर 7.68 फीसदी रहा है. जबकि फऱवरी महीने में ये 5.85 फीसदी था. खाने के तेल के दामों में बढ़ोतरी जारी है और मार्च में इसकी महंगाई 18.79 फीसदी बढ़ी है. साग-सब्जियों की कीमतों में 11.64 फीसदी की बढ़ोतरी आई है तो मीट और मछली के दामों में 9.63 फीसदी की उछाल आई है.
सबकुछ हुआ महंगा
केवल खाने पीने की चीजें ही नहीं बल्कि ट्रांसपोर्टेशन भी महंगा हो गया है. दफ्तर आना जाना महंगा हो चुका है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में भारी उछाल के चलते पेट्रोल डीजल के दामों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है. 22 मार्च 2022 के बाद पेट्रोल डीजल के दाम 10 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ चुके हैं. तो सीएनजी भी लगातार महंगा हो रहा है. 6 महीने में सीएनजी 50 फीसदी तक महंगा हो चुका है. और अब तो ऐप बेस्ड कैब एग्रीगेटर उबर ओला ने भी किराये में 12 फीसदी बढ़ोतरी करने का ऐलान कर दिया है. इतना ही नहीं महंगे स्कूलों ने फीस तो बढ़ाया ही था लेकिन सीएनजी, डीजल के चलते बच्चों को स्कूल भेजना भी महंगा हो गया है क्योंकि स्कूलों ने बस किराया बढ़ा दिया है. और अगर परिवार के साथ गर्मी छुट्टी में घूमने की सोच रहे हैं तो महंगे हवाई ईंधन के चलते हवाई सफर भी महंगा हो चुका है. क्योंकि हवाई ईंधन के दामों में 2022 में करीब 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो चुकी है.
ईएमआई भी हो सकती है महंगी
सैलेरी में भले ही आपके बढ़ोतरी हो जाये लेकिन सावधान हो जाए क्योंकि अगर आपने होमलोन लिया हुआ है तो आपकी ईएमआई महंगी होने वाली है. खुदरा महंगाई दर आरबीआई के तय अपर लिमिट 6 फीसदी से बहुत ज्यादा है. ऐसे में माना जा रहा है मॉनिटरी पॉलिसी के जरिए आरबीआई महंगाई पर नकेल कसने के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है. जिसके बाद बैंक कर्ज महंगा कर सकते हैं. ऐसे हुआ तो होमलोन के ईएमआई का भुगतान करना आपके लिए महंगा हो सकता है. आरबीआई का भी मानना है कि 2022-23 में महंगाई दर 2021-22 के 4.5 फीसदी के अनुमान मुकाबले ज्यादा रह सकता है. आरबीआई ने मौजूदा वित्त वर्ष में 5.7 फीसदी महंगाई दर का अनुमान जताया है.
दूर होगी सैलेरी में बढ़ोतरी की खुशफहमी
ऐसे में अगर आप सैलेरी में बढ़ोतरी होने की खबर से खुश हो रहे हैं तो ये खुशफहमी मन से निकाल दिजिए. क्योंकि महंगाई डायन आपके खुशफहमी को दूर कर देगी.
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