India Trade Deficit Rises: डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी, कच्चे तेल और कमोडिटी के दामों में उछाल चलते भारत का व्यापार घाटा बढ़ता जा रहा है. जून, 2022 में व्यापार घाटा 26.1 अरब डॉलर के आंकड़ों पर जा पहुंचा है जो जून 2021 के मुकाबले 172 फीसदी ज्यादा है. कोयले का इंपोर्ट बढ़ा है तो त्योहारी सीजन में सोने की मांग बढ़ने के चलते सोने का आयात बढ़ा है. 


बढ़ता व्यापार घाटा बना सिरदर्द
वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक जून महीने में भारत से किया जाने वाला निर्यात 23.5 फीसदी से बढ़कर 40.13 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है. लेकिन इस अवधि में विदेशों से किए जाने वाले आयात में 57.5 फीसदी की बढ़ोतरी आई है और ये 66.31 अरब डॉलर रहा है. जिसके चलते व्यापार घाटा 26.1 अरब डॉलर रहा है. बहरहाल व्यापार घाटे में बढ़ोतरी सरकार की सिरदर्दी बढ़ा सकता है. बीते तीने महीने से लगातार व्यापार घाटा बढ़ता रहा है. अप्रैल में ये 20.4 अरब डॉलर था, तो मई में 23.3 अरब डॉलर रहा था अब जून में 26.1 अरब डॉलर व्यापार घाटा रहा है. 


कमोडिटी के दामों में उछाल बनी मुसीबत 
बहरहाल डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार आ रही गिरावट और कमोडिटी के दामों में तेजी के चलते व्यापार घाटा ज्यादा बने रहने की संभावना है. रिफाइन पेट्रोलियम इंपोर्ट्स दोगुना हो गया है और एक साल पहले जून, 2021 में 10.6 बिलियन के मुकाबले अब बढ़कर 21.3 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है. साफ है महंगे कच्चे तेल का खामियाजा भारत को उठाना पड़ रहा है.  सोने का आयात जून में 2.7 अरब डॉलर का रहा है जो एक साल पहले 969 मिलियन डॉलर का रहा था. इलेक्ट्रॉनिक गुड्स का इंपोर्ट 6.1 अरब डॉलर का रहा है जो एक साल पहले 4.6 अरब डॉलर का रहा था. तो कोयले कोक के इंपोर्ट में 260 फीसदी का उछाल आया है और कुल आयात 6.47 अरब डॉलर का रहा है.  


ये भी पढ़ें


EPF Latest News: आपके EPF योगदान पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स तो नहीं बना रहा, ऐसे करें चेक


SBI Home Loan Rates: बेहतर CIBL Score से सस्ते दर पर मिलता है कर्ज, जानिए एसबीआई के लेटेस्ट होम लोन रेट्स