Dhaval Buch: धवल बुच पर लगाए गए आरोप सही नहीं, ब्लैकस्टोन जल्द जारी कर सकती है सफाई
Hindenburg Research Report: सूत्रों ने दावा किया है कि यूनिलीवर में अनुभव के चलते धवल बुच की नियुक्ति की गई थी. उनका ब्लैकस्टोन के आरईआईटी से कोई संबंध नहीं है.
Hindenburg Research Report: हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने अपनी हालिया रिपोर्ट में सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) और उनके पति धवल बुच (Dhaval Buch) पर हमला किया है. सेबी चेयरपर्सन ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे चरित्रहनन की कोशिश बताया है. अब सूत्रों ने जानकारी दी है कि धवल बुच कभी भी ब्लैकस्टोन (Blackstone) के रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट ट्रस्ट (REIT) या किसी अन्य रेगुलेटरी मामले में शामिल नहीं रहे हैं. उन्हें माधबी पुरी बुच के सेबी चेयरपर्सन बनने से काफी पहले वरिष्ठ सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया था.
यूनिलीवर में अनुभव के चलते हुई थी धवल बुच की नियुक्ति
निजी इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन के करीबी सूत्रों के हवाले से मनी कंट्रोल की रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2009 से ब्लैकस्टोन प्राइवेट इक्विटी के वरिष्ठ सलाहकार धवल बुच और ब्लैकस्टोन के आरईआईटी के बीच कोई संबंध नहीं है. न ही कैपिटल मार्केट में उनकी कोई हिस्सेदारी रही है. ब्लैकस्टोन में उनकी भूमिका एशिया में प्राइवेट इक्विटी कंपनियों को खरीद और सप्लाई चेन जैसे मसलों पर सलाह देने तक सीमित है. वह इन सेक्टर्स में लंबा अनुभव रखते हैं. सूत्रों ने कहा कि बुच की नियुक्ति कई इंटरव्यू के बाद की गई थी. उनके पास यूनिलीवर में चीफ प्रोक्योरमेंट ऑफिसर के पद पर कई सालों का अनुभव था.
ब्लैकस्टोन जल्द जारी कर सकती है हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर सफाई
सूत्रों ने दावा किया है कि ब्लैकस्टोन जल्द ही इस बारे में बयान जारी कर सकती है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने तथाकथित व्हिसलब्लोअर दस्तावेज के हवाले से 10 अगस्त की रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि माधबी पुरी बुच और धवल बुच दोनों के पास अडानी ग्रुप से जुड़े ओबसिक्योर ऑफशोर कंपनियों में हिस्सेदारी थी. उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, धवल बुच फिलहाल ब्लैकस्टोन और अल्वारेज एंड मार्सल (Alvarez & Marsal) में सीनियर एडवाइजर हैं. इसके अलावा वह अपेरल रिटेल कंपनी गिल्डन (Gildan) के बोर्ड में नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर भी हैं. हिंडनबर्ग ने कहा है कि उनकी कुल संपत्ति लगभग 1 करोड़ डॉलर है.
ब्लैकस्टोन को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों में बदलाव का आरोप
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्लैकस्टोन के सलाहकार के रूप में धवल बुच के कार्यकाल के दौरान सेबी ने आरईआईटी नियमों में बदलाव किए हैं. इससे ब्लैकस्टोन को लाभ होगा. इससे पहले सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने रविवार की सुबह जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट में हमारे खिलाफ लगाए गए लगाए गए आधारहीन आरोपों को हम सिरे से खारिज करते हैं. इनमें कहीं भी सच्चाई नहीं है. हमारा जीवन और फाइनेंस खुली किताब की तरह है. हमें जो भी खुलासे करने की जरूरत थी, वो सारी जानकारियां बीते सालों में सेबी को दी गई हैं.
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