Hindenberg Research: अब हिंडनबर्ग ने जैक डोर्सी के नेतृत्व वाली पेमेंट फर्म Block Inc के शेयरों को किया शॉर्ट, 18 फीसदी गिरा स्टॉक
Hindenberg Research: इस बार हिंडनबर्ग रिसर्च के निशाने पर जैक डोर्सी के नेतृत्व वाली पेमेंट कंपनी Block Inc है जिसमें कंपनी ने शॉर्ट पोजिशन ले रखा है.
Hindenberg Research Report: अडानी समूह के बाद शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने गुरूवार को कहा कि उसने Block Inc के शेयर्स को शॉर्ट किया है. रिसर्च फर्म ने कहा है कि उसने जैक डोर्सी के नेतृत्व वाली पेमेंट कंपनी के शेयरों को शॉर्ट किया है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कंपनी ने यूजर काउंट को बढ़ाकर दिखाया तो कस्टमर बनाने पर आए खर्च को घटाकर दिखाया है. हिंडनबर्ग के रिपोर्ट के सामने आने के बाद प्रीमार्केट ट्रेड में ब्लॉक के शेयर में 18 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है.
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अपने रिपोर्ट में कहा कि बीते दो सालों के इवेस्टीगेशन में उसने पाया कि ब्लॉक ने व्यवस्थित रूप से उस डेमोग्राफिक्स का लाभ उठाया है जिसकी मदद करने का वो दावा करता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्लॉक के बिजनेस के पीछे का जादू डिरप्टिव इनोवेशन नहीं है, बल्कि उपभोक्ताओं और सरकार के खिलाफ धोखाधड़ी करने का इरादा उसका है. साथ ही रेग्युलेशन से बचने, प्रीडेटरी लोन के ड्रेसअप, रिवोल्युशनरी टेक्नोलॉजी , निवेशकों को भ्रमित और मेट्रिक्स को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया है.
NEW FROM US:
— Hindenburg Research (@HindenburgRes) March 23, 2023
Block—How Inflated User Metrics and "Frictionless" Fraud Facilitation Enabled Insiders To Cash Out Over $1 Billionhttps://t.co/pScGE5QMnX $SQ
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हिंडनबर्ग के मुताबिक उसमें पूर्व कर्मचारियों, पार्टनर्स और उद्योग विशेषज्ञों के साथ बात की जो इसमें शामिल थे. उसने रेग्युलेटरी और मुकदमेबाजी के रिकॉर्ड की भी समीक्षा की है और उसके अलावा एफओआईए और अनुरोधों वाले सार्वजनिक रिकॉर्ड का अध्ययन किया है.
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि जैक डोर्सी ने 5 बिलियन डॉलर का साम्राज्य खड़ा कर लिया है. साथ ही कंपनी ने आरोप लगाया कि डोर्सी और कंपनी के टॉप एग्जीक्यूटिव ने एक अरब डॉलर के शेयर्स बेच डाले हैं. आपको बता दें जैक डोर्सी ट्विटर के को-फाउंडर और सीईओ रह चुके हैं.
इससे पहले 24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह के शेयरों को शॉर्ट किया था. रिसर्च रिपोर्ट में अडानी समूह पर स्टॉक्स में हेराफेरी और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट जारी किया था. रिसर्च रिपोर्ट में समूह पर भारी भरकम बकाये कर्ज का मसला भी उठाया गया था जिसके बाद अडानी समूह के शेयर बाजार में लिस्टेड स्टॉक्स में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के जारी होने के बाद स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड अडानी समूह के सभी 10 शेयरों का मार्केट कैपिटलाईजेशन 19 लाख करोड़ रुपये से घटकर 7.11 लाख करोड़ रुपये पर आ गया.
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