Reliance Capital Auction: अनिल अंबानी की कर्ज में डूबी कंपनी के दूसरे राउंड की बोली हो चुकी है. कई बोलीदाता इसे खरीदने के रेस में शामिल थे, लेकिन एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हिंदुजा ग्रुप ने रिलायंस कैपिटल के लिए एकमात्र बोली पेश की है. इसने 9650 करोड़ रुपये की पेशकश की है.
हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स रिलायंस कैपिटल ने इसे खरीदने के लिए 9,650 करोड़ का अग्रिम नकद प्रस्ताव दिया है. वहीं इस नीलामी में दो और कंपनियां शामिल थी, जिसने बोली तक जमा नहीं की है. हिंदुजा के अलावा इस रेस में टोरेंट इन्वेस्टमेंट्स और ओकट्री कैपिटल शामिल थीं. इन दोनों ने बोलियां जमा नहीं कीं, हालांकि उन्होंने पहले संकेत दिया था कि वे इस प्रक्रिया में भाग लेंगे.
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक टोरेंट ने मॉक ऑक्शन ड्रिल में बुधवार को शमिल था और नीलामी से पहले चर्चा में भी शामिल था, पर इसने बोली सबमिट नहीं की. कर्जदाताओं की ओर से नीलामी में भाग लेने के लिए 9,500 करोड़ रुपये की सीमा निर्धारित की थी, जिसमें अग्रिम नकदी के रूप में न्यूनतम 8,000 करोड़ रुपये शामिल थे.
हिंदुजा एकमात्र बोलीदाता
हिंदुजा ग्रुप ने पहले राउंड के दौरान 9,510 करोड़ का ऑफर पेश किया और इसे 9,650 करोड़ रुपये दूसरे राउंड तक ले गया. इसके बाद किसी ने काउंटर बोली पेश नहीं की, जिस कारण ये सबसे ज्यादा बोली लगाने वाला एकमात्र बिडर था. बता दें कि हिंदुजा की पेशकश उधारदाताओं के लिए 41 फीसदी की कर्ज वसूली के बराबर है.
अनिल अंबानी की कंपनी के पास 400 करोड़ रुपये का बैलेंस
हिंदुजा की बोली टोरेंट द्वारा दिसंबर में पहले दौर की नीलामी में पेश की गई बोली से करीब 1,000 करोड़ रुपये अधिक है. अनिल अंबानी की ओर से स्थापित वित्तीय सेवा कंपनी के पास करीब 400 करोड़ रुपये का कैश बैलेंस है. इस प्रकार, उधारदाताओं के लिए वसूली 10,000 करोड़ रुपये से ऊपर होगी. हालांकि अभी भी वसूली परिसमापन मूल्य से कम है.
ये भी पढ़ें
RBI Gold Reserves: 1991 में 67 टन सोने को गिरवी रखने वाले भारत ने 4 वर्ष में खरीद डाला 178 टन सोना