Hiring Activity In India: फेस्टिव सीजन खत्म होने के बावजूद हायरिंग में भारी उछाल, नवंबर में 27% ज्यादा लोगों को मिली नौकरी!
India Job Market: इंश्योरेंस सेक्टर सबसे ज्यादा नौकरी देने वाला सेक्टक बना है. जबकि अमेरिका-यूरोप की अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुजर रही तो इसका असर आईटी सेक्टर में हायरिंग पर पड़ी है.
Hiring Activity In India: नवंबर, 2022 में भारतीय उद्योग जगत में हायरिंग ( Hiring) में जबरदस्त उछाल देखने को मिली है और ये फेस्टिव सीजन के पहले के दौर के लेवल पर जा पहुंचा है. नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स (Naukri JobSpeak Index) के मुताबिक नवंबर में महीने दर महीने हायरिंग में 27 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. जबकि सलाना आधार पर हायरिंग में 43 फीसदी का उछाल देखने को मिला है.
इन सेक्टरों में बढ़ी हायरिंग
रिपोर्ट के मुताबिक इंश्योरेंस सेक्टर (Insurance Sector) में सबसे जबरदस्त हायरिंग देखने को मिली है. इंश्योरेंस सेक्टर में 42 फीसदी तो बैंकिंग 34 फीसदी और रियल एस्टेट सेक्टर में 31 फीसदी के दर से हायरिंग बढ़ी है. रियल एस्टेट सेक्टर में बढ़ती मांग के चलते वैसे ही बूम देखा जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक ऑयल सेक्टर में 24 फीसदी के दर से हायरिंग बढ़ी है. पोस्ट-कोविड ट्रैवल और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में जबरदस्त रिकवरी आई है तो इस सेक्टर में 20 फीसदी हायरिंग बढ़ी है. ऑटो सेक्टर में भी बढ़ती मांग ने जोश भरा है तो इसे सेक्टर में हायरिंग एक्टिविटी में 14 फीसदी का उछाल देखने को मिला है.
आईटी सेक्टर में हायरिंग में कमी
हालांकि साल के पहले छमाही में हर महीने औसतन हायरिंग के मुकाबले आईटी सेक्टर में हायरिंग में 8 फीसदी की गिरावट आई है. स्टार्टअप हायरिंग में सबसे बड़ी गिरावट है. एजुकेशन सेक्टर में हायरिंग 6 फीसदी घटी है. वैसे ही एड-टेक कंपनियों ने जबरदस्त छंटनी की है. तो रिटेल सेक्टर में हायरिंग में 7 फीसदी की कमी आई है. जबकि फार्मा, बीपीओ और टेलीकॉम सेक्टर में हायरिंग फ्लैट रही है.
दिल्ली-एनसीआर में सबसे ज्यादा हायरिंग
दिल्ली-एनसीआर में सबसे ज्यादा हायरिंग देखने को मिली है. इस रीजन में हायरिंग में 20 फीसदी का उछाल आया है. जबकि मुंबई में 17 फीसदी, कोलकाता में 10 फीसदी और चेन्नई में 8 फीसदी हायरिंग ग्रोथ देखने को मिली है. गैर-मेट्रो शहरों में अहमदाबाद में 33 फीसदी हायरिंग बढ़ी है.
अनुभव को तरजीह
12 साल से ज्यादा अनुभव वाले प्रोफेशनल्स की मांग में 21 फीसदी का उछाल आया है. वहीं 8 से 12 साल के अनुभव वाले प्रोफेशनल्स की मांग में 11 फीसदी तो दो साल से कम अनुभव वाले प्रोफेशनल्स की मांग फ्लैट बना हुआ है.
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