United States Unemployment Rate: एक तरफ अमेरिका (United States) में लोग महंगाई (Inflation) से परेशान हैं जिसके चलते कर्ज महंगा होता जा रहा है. तो मंदी (Recession) का खतरा भी मंडरा रहा है. ऐसे में कंपनियां नए लोगों की हायरिंग ( Hiring) में कमी करती जा रही हैं. जिसके चलते देश में रोजगार का संकट खड़ा होता जा रहा है. अगस्त महीने में अमेरिका में बेरोजगारी ( Unemployment) बढ़ी है. अमेरिकी लेबर डिपार्टमेंट ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक अगस्त महीने में अमेरिका में बेरोजगारी दर बढ़कर 3.7 फीसदी पर जा पहुंचा है.  


लेबर डिपार्टमेंट ( Labour Department) द्वारा जारी किए आंकड़े के मुताबिक अगस्त में कंपनियों ने 3,15,000 नौकरियां प्रदान की है जो जुलाई में दिए गए 5,26,000 से कम है. इसका अर्थ ये हुआ कि लोगों को नौकरियां नहीं मिल पा रही हैं. लेकिन बेरोजगारी दर में बढ़ोतरी अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व को राहत दे रही होगी जो ब्याज दरें बढ़ाकर कंपनियों की लागत बढ़ाती जा रही है जिससे कंपनियां लोगों के वेतन को कम बढ़ाये  साथ ही हायरिंग भी कम करे. दरअसल ये माना जाता है कि ज्यादा वेतन देने से लोग ज्यादा खर्च करते हैं जिससे महंगाई बढ़ती है. 


फेडरल रिजर्व ( Federal Reserve) को लगता है कि कर्ज महंगा करने से महंगाई को कम किया जा सकता है जो 40 सालों के उच्च लेवल पर जा पहुंचा है. जानकार मानते हैं कि ब्याज दरें बढ़ती रही तो अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर मंदी  का संकट गहरा सकता है. 


वहीं अमेरिका में बेरोजगारी दर में बढ़ोतरी के बाद वहां के शेयर बाजार में तेजी देखी जा रही है. Dow Jones 192 अंकों की तेजी के साथ 31,848 अंकों पर ट्रेड कर रहा है तो Nasdaq 150 अंकों के उछाल के साथ 11,936 अंकों पर कारोबार कर रहा है. 


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