HMPV या Corona? शेयर बाजार को किस वायरस के पहले केस ने ज्यादा गिराया
Share Market Crash HMPV Virus: HMPV वायरस के दस्तक ने दलाल स्ट्रीट पर भगदड़ मचा दी. शेयर मार्केट बंद होते-होते निवेशकों के 10.83 लाख करोड़ रुपये डूब गए.
Share Market Crash HMPV Virus: HMPV वायरस ने चीन में कहर मचाने के बाद अब भारत में भी दस्तक दे दी है. इस वायरस का पहला केस बेंगलुरु में मिला. 8 महीने की बच्ची में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस पाया गया. जैसे ही ये खबर बाहर आई इसका सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़ा. कई सेक्टर्स के शेयर जो सुबह तक हरे थे, खबर आते ही लाल हो गए.
निफ्टी और सेंसेक्स की गिरावट ने मार्केट में निवेशकों के लाखों करोड़ रुपये डुबा दिए. कुछ ऐसी ही गिरावट तब भी देगी गई थी, जब कोरोना वायरस का पहला केस भारत में मिला था. चलिए, आज इस खबर में तुलना करते हैं कि आज, जब देश में पहला एचएमपीवी का केस मिला तब बाजार में कितनी गिरावट आई और जब कोरोना का पहला केस देश में मिला था, तब बाजार कितना गिरा था.
HMPV ने शेयर बाजार को कितना गिराया
सोमवार का दिन यानी 6 जनवरी 2025 भारतीय शेयर बाजार के लिए कुछ खास नहीं रहा. HMPV के दस्तक ने दलाल स्ट्रीट पर भगदड़ मचा दी. मार्केट बंद होते-होते निवेशकों के 10.83 लाख करोड़ रुपये डूब गए. सेंसेक्स जहां 1258 अंक टूटकर बंद हुआ, वहीं निफ्टी भी 23,616.05 के पास आ गया.
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 2.44 फीसदी की गिरावट देखी गई और स्मॉलकैप इंडेक्स में 3.17 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. चलिए, अब जानते हैं कि जब देश में पहला कोरोना का केस आया था, तब शेयर बाजार में कितनी गिरावट देखी गई थी.
कोरोना और शेयर बाजार की गिरावट
भारत में कोरोना (Corona) का पहला केस 30 जनवरी 2020 को केरल में सामने आया था. इस दिन भी भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली थी. 30 जनवरी को जहां सेंसेक्स 284.84 अंकों की गिरावट के साथ 40913.82 के स्तर पर बंद हुआ था. वहीं निफ्टी में करीब 93.70 अंकों की गिरावट देखी गई थी. निफ्टी 30 जनवरी 2020 को 93.70 अंक की गिरावट के साथ 12035.70 के स्तर पर बंद हुआ था.
अब अगर हम इसकी तुलना करें तो साफ पता चलता है कि कोरोना के पहले केस से कहीं ज्यादा HMPV के पहले केस का भारतीय शेयर बाजार पर असर पड़ा है. हालांकि, इसमें समझने वाली बात ये भी है कि उस वक्त लोगों को कोरोना की गंभीरता का अंदाजा नहीं था.
लेकिन कोरोना महामारी के बाद लोगों को पता चल गया कि इस तरह का वायरस कितना खतरनाक हो सकता है और इससे बाजार की सेहत पर कैसा असर पड़ सकता है. यही वजह है कि शेयर बाजार में कोरोना के मुकाबले एचएमपीवी के पहले केस की वजह से ज्यादा गिरावट देखने को मिली.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
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