Home Loan: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया महंगाई को कंट्रोल (Inflation Control) करने के लिए लगातार रेपो रेट (Repo Rate) में इजाफा कर रहा है. ऐसे में इसका असर कर्ज लेने वालों पर सीधे तौर पर पड़ रहा है और उन पर ईएमआई (EMI) का बोझ बढ़ रहा है, लेकिन इससे घर खरीदने वालों की संख्या कम नहीं हुई है. ट


हाल ही में रिजर्व बैंक ने इस मामले पर अपनी एक रिपोर्ट पेश की है जिसमें यह पता चला है कि पिछले 5 सालों में बैंकों ने घर खरीदने के लिए दोगुने कर्ज बांटे हैं. इसके साथ ही यह भी पता चला है कि इस साल की शुरुआत के पांच महीनों में होम लोन लेने (Home Buyers) वाले कस्टमर्स की संख्या में करीब 10% का इजाफा दर्ज किया गया है.


होम लोन लेने वालों की संख्या हुई दोगुनी
देश में रिटेल महंगाई दर 7% है जिसे आरबीआई (RBI) लगातार कम करने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए केंद्रीय बैंक ने इस साल 4 बार रेपो रेट में इजाफा किया है और यह 4% से बढ़कर 5.90% तक पहुंच चुका है. इस बढ़ोतरी का सीधा असर बैंकों की ब्याज दरों पर पड़ा है. ऐसे में ग्राहकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो गया है. होम लोन (Home Loan) की ब्याज दरों में भी तेजी देखी जा रही मगर फिर भी लोग जमकर घर खरीद रहे हैं.


RBI की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2016-17 में लोगों ने कुल 8,60,086 करोड़ रुपये का होम लोन लिया था जो वित्त वर्ष 2021-22 में बढ़कर 16,84,824 करोड़ रुपये हो गया है. इस आंकड़े से यह साफ पता चलता है कि लोन लेने वालों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही हैं.


क्यों संख्या में हो रहा इजाफा
इस मामले पर एक्सपर्ट्स का यह मानना है कि होम लोन लेते वक्त कस्टमर बैंक की ब्याज दरों पर विशेष ध्यान जरूरत देते हैं, लेकिन बढ़ती दरों के कारण वह अपने घर खरीदने के फैसले को नहीं बदलते हैं. घर खरीदने का फैसला वह अपने वर्तमान और भविष्य की इनकम को ध्यान में रखते हुए लेते हैं. ऐसे में बढ़ती ब्याज दरें ग्राहकों की संख्या को प्रभावित नहीं कर पा रही हैं जो की आरबीआई की रिपोर्ट से साफ पता चल रहा है. 


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