Home Loan Calculation: होम लोन लोगों के घर के जरूरत को पूरा करने के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध कराता है. देश का हर बैंक होम लोन पेश करता है और इसपर बैंक ब्याज लगाकर मंथली किस्त वसूल करते हैं. आमतौर पर होम लोन 15 से 20 सालों के टेन्योर के लिए लिया जाता है. अगर लॉन्ग टर्म में 25 साल से लेकर 30 साल के बीच लोन की राशि दी जाती है. हालांकि यह ग्राहक के योग्यता, उम्र और अन्य कारक पर निर्भर करता है.
टेन्योर जितना लंबा होगा होम लोन ब्याज का अमाउंट भी उतना ही ज्यादा पेमेंट करना होगा. एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि अपने कर्ज का जल्द भुगतान करने के लिए आपको समय—समय पर प्रीपेमेंट करना चाहिए. इससे आपके लोन का अमाउंट तो कम होगा. साथ ही टेन्योर भी कम हो जाएगा और बहुत सारा पैसा बचा सकते हैं.
यह भी सलाह दी जाती है कि अगर आप कोई लोन ले रखें है और उसे एक निश्चित समय के अंदर पेमेंट करना है तो उसे समय से पहले ही भुगतान कर दें. ऐसे रणनीति बनाना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है, जो आपको लोन अमाउंट को कम कर देगा. आइए जानते हैं 100 रुपये हर दिन पेमेंट करके कैसे आप 50 लाख रुपये के होम लोन पर 12 लाख रुपये बचा सकते हैं.
लोन को जल्द पेमेंट करने के विकल्प
बैंक बजार डॉट कॉम के मुताबिक, अगर 5 फीसदी लोन अमाउंट हर साल भुगतान करते हैं तो आपके 20 साल के लोन का टेन्योर कम होकर 12 साल रह जाएगा. वहीं अगर अतिरिक्त ईएमआई का भुगतान हर साल कर रहे हैं तो 20 साल का लोन कम होकर 17 साल रह जाएगा. ग्राहकों के पास अपने होम लोन की ईएमआई को हर साल पांच फीसदी बढ़ाने का विकल्प होता है. अगर ऐसा विकल्प आप चुनते हैं तो 20 साल का लोन 13 साल में पेमेंट कर सकते हैं.
कैसे बचेंगे 12 लाख रुपये
अगर आप 100 रुपये हर दिन बचत करते हैं, तो आपके पास साल के अंत में 36,500 रुपये जमा होंगे. इस अमाउंट को प्रीपेमेंट के लिए यूज कर सकते हैं. फिसडम के वेबसाइट पर कैलकुलेशन के मुताबिक, 100 रुपये के बचत से 20 साल के लिए गए 50 लाख रुपये के लोन पर आप 12 लाख रुपये बचा सकते हैं. हालांकि ब्याज दर 9.5 फीसदी होना चाहिए. वहीं अगर 9.5 फीसदी ब्याज पर लिया गया 50 लाख का लोन 25 साल के टेन्योर के लिए है तो आप 20 लाख रुपये की सेविंग कर सकते हैं.
Disclaimer: होम लोन जैसे कर्ज उपकरणों पर विभिन्न बैंक अलग-अलग दरों पर लोन ऑफर करते हैं. ABP Live की ओर से लोन के लिए आपको किसी खास लोन कैलकुलेटर की मदद लेने की कभी भी सलाह नहीं दी जाती है. इसके लिए वित्तीय एक्सपर्ट की सलाह ले सकते हैं.
ये भी पढ़ें