Home Loan Interest Saving: होम लोन के इंटरेस्ट पर बड़ी बचत कैसे करें, जानिए यहां बेहद काम के तरीके
Home Loan Tips: अगर आप भी होम लोन के बोझ तले दबे हैं तो यहां जान सकते हैं कि कैसे लोन के ब्याज पर भारी बचत की जा सकती है. यहां जो तरीके बताए गए हैं वो कैलकुलेशन के आधार पर समझकर बताए गए हैं.
Home Loan Interest Saving: होम लोन आमतौर पर काफी लंबे टेन्योर के लिए होते हैं जैसे 20 या 30 साल के लिए होम लोन की अवधि होती है. आपके लिए लगातार इतने सालों का लोन चुकाना एक सिरदर्दी बन सकता है और बेहद खर्चीला भी हो सकता है. इसके चलते आपको ऐसे उपाय खोजने चाहिए जो होम लोन के इंटरेस्ट पर आपकी बड़ी बचत करा सकें.
क्या गलती होती है लोन लेने में
जब आप बड़े होम लोन पर कम ईएमआई वाला कर्ज लेते हैं तो उनका लोन टेन्योर काफी लंबा हो जाता है और आप कर्ज के जाल में फंस जाते हैं. लिहाजा हमें ऐसे उपायों के बारे में जानना चाहिए जिससे होम लोन के ब्याज पर हम भारी बचत कर सकें.
होम लोन लेने का थंब रूल क्या है
आप होम लोन लेते हैं तो ये आपकी मंथली सैलरी का 35 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए और इसके लिए उदाहरण से समझ सकते हैं कि अगर किसी की 1 लाख रुपये की सैलरी है तो उसे ईएमआई की मद में 35,000 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. एक ईएमआई कैलकुलेटर की मदद लेकर आप समझ सकते हैं कि आप कितनी ईएमआई तक का भुगतान आसानी से कर सकते हैं.
कैसे कर सकते हैं होम लोन के इंटरेस्ट पर भारी बचत
पहला तरीका
इसे एक उदाहरण से समझा जा सकता है कि आप 25 साल के लिए 8 फीसदी ब्याज के आधार पर 40 लाख रुपये का लोन लेते हैं और 30,000 रुपये की ईएमआई बनती है तो इसका कुल इंटेरेस्ट जो चुकाना होगा वो 52,61,795 रुपये टोटल बनेगा. आपका प्रिंसिपल अमाउंट 40 लाख रुपये है, उस पर 52,61,795 रुपये का इंटरेस्ट बना तो टोटल पेमेंट 92,61,795 रुपये हो जाता है. यानी आपने जितना लोन लिया है उससे ज्यादा तो आप ब्याज के रूप में चुका रहे हैं. इसी को अगर ईएमआई का पार्ट बढ़ाकर देखा जाए और लोन टेन्योर 20 साल का किया जाए तो ईएमआई बढ़कर 33,458 रुपये प्रति महीना हो जाएगी लेकिन आपका टोटल इंटरेस्ट भी घटकर 40,29,835 रुपये हो जाएगा.
इसका अर्थ है कि अगर आप ईएमआई की रकम थोड़ी बढ़ाकर देते हैं तो आपका लोन टेन्योर भी कम होगा और बैंक को दिए जाने वाला कुल इंटरेस्ट भी घटकर 40 लाख रुपये पर आ जाएगा जो आप पहले 52 लाख रुपये से ज्यादा का पे कर रहे थे. यानी सीधे-सीधे 12 लाख रुपये की बचत आप होम लोन के इंटरेस्ट पर कर सकते हैं.
दूसरा तरीका
समय बीतने के साथ सैलरी भी बढ़ती है और हर साल कुछ एकमुश्त राशि भी आपको मिलती है जैसे एनुअल बोनस या अन्य किसी तरीके से कोई लंबसम अमाउंट आता है तो इसका उपयोग आपको लोन प्रीपेमेंट के लिए कर सकते हैं और ब्याज पर भारी बचत कर सकते हैं. इसे भी एक उदाहरण से समझ सकते हैं जैसे-
मान लीजिए आपका लोन 20 साल का है लेकिन एनुएल बोनस या अन्य किसी माध्यम से आपके पास 2 लाख रुपये की अतिरिक्त रकम आई है तो आप 24वें महीने, 36वें महीने और 48वें महीने में 2-2 लाख रुपये का अतिरिक्त लोन पेमेंट कर सकते हैं. मान लीजिए इतने समय के बाद आपके पास हर साल 3 लाख रुपये की अतिरिक्त रकम आ रही है तो आप 108वें महीने में 3 लाख रुपये का अतिरिक्त पेमेंट कर रहे हैं तो 120वें महीने यानी 10 साल के बाद आपका आउटस्टेंडिंग अमाउंट ही 3 लाख रुपये से कम बैठेगा. इसे आप अगले साल में पूरा चुका सकते हैं.
अब इस प्रीमेंट के तरीके को ईएमआई कैलकुलेटर में डालकर देखें तो आप पाएंगे कि जहां आप पहले 40 लाख रुपये का होम लोन इंटरेस्ट पे कर रहे थे वहीं अब 20,67,083 रुपये का इंटरेस्ट पे कर रहे हैं और ये पूरी 10 लाख रुपये की इंटरेस्ट पर बचत है. यानी 12 लाख रुपये की पहली बचत और 10 लाख रुपये की ये दूसरी बचत तो आप सीधे-सीधे 32 लाख रुपये की बचत अपने होम लोन के इंटरेस्ट पर कर सकते हैं.
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