Home Loan: हर व्यक्ति घर खरीदना चाहता है, जिस कारण ज्यादातर लोग होम लोन लेने का प्लान (Home loan Planning) करते हैं. होम लोन का एक बड़ा अमाउंट लॉन्ग टर्म के लिए दिया जाता है. अगर कोई होम लोन लेता है तो उसे टैक्स छूट और प्रीपेमेंट का भी विकल्प दिया जाता है. हालांकि होम लोन लेने से पहले आपको कई बैंकों की ओर से दिए जा रहे होम लोन के ब्याज की तुलना करनी चाहिए.
रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से रेपो रेट बढ़ाने (Repo Rate Hike) के बाद कई बैंकों ने अपने होम लोन की ब्याज बढ़ा दी है. ऐसे में बैंकों के ब्याज की तुलना करके आप सस्ती दर पर लोन ले सकते हैं. होम लोन लेने से पहले आपको उस बैंक या संस्था की प्रमाणिकता की जांच करनी चाहिए. साथ ही यह भी चेक करना चाहिए कि वह बैंक या संस्था आपको होम लोन देने पर कौन-कौन सा चार्ज वसूल कर रहा है.
होम लोन लेने पर फायदे
होम लोन लेने पर सबसे खास बेनेफिट टैक्स छूट (Tax Deduction) है. आयकर विभाग के नियम के अनुसार कर्ज लेने वाला व्यक्ति एक घर खरीदने पर फाइनेंशियल ईयर के दौरान 2 लाख रुपये तक की छूट का दावा (Tax Deduction Claim) कर सकता है, लेकिन यह जरूरी है कि घर सेल्फ यूज के लिए खरीदी गई हो. इसके अलावा, आयकर की धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की छूट का दावा भी किया जा सकता है.
अगर आप रेंट पर रह रहे हैं तो रेंट देने के बजाय आप होम लोन ले सकते हैं और रेंट पर जो पैसा दे रहे हैं, उसे होम लोन की ईएमआई चुकाने में यूज कर सकते हैं. वहीं एक्सपर्ट के अनुसार, दूसरे घर के लिए लोन लेने पर आयकर अधिनियम की धारा 24 बी के तहत भुगतान किए गए आवास लोन ब्याज की पूरी राशि के लिए Tax कटौती का दावा किया जा सकता है.
होम लोन की ईएमआई (Home Loan EMIs) समय पर कैसे भरें
अगर आपने होम लोन ले रखा है तो आपको हर महीने ईएमआई के रूप में एक राशि चुकानी होती है. ऐसे में पहले से ही होम लोन की ईएमआई चुकाने के लिए प्लान करके रखना चाहिए. लोन का समय पर भुगतान करने के लिए आप एक या दो महीने की ईएमआई पहले से ही जमा करके रखनी चाहिए. ताकि इमरजेंसी के समय आप इसका इस्तेमाल कर सकें.
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