नई दिल्ली: देश के आठ प्रमुख शहरों में चालू वर्ष की पहली छमाही में घरों की बिक्री चार फीसदी और नए घरों की आपूर्ति 21 फीसदी बढ़ी. संपत्ति सलाहकार कंपनी नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के मुताबिक सस्ते घरों की मांग बढ़ने से यह बढ़ोतरी देखी गई है.

रिपोर्ट के मुताबिक समीक्षावधि में 1,29,285 घरों की बिक्री हुई जबकि इससे पिछले साल समान अवधि में 1,24,288 घर बिके थे. इसी दौरान बाजार में नए घरों की आपूर्ति बढ़कर 1,11,175 यूनिट रही जो पिछले साल 91,739 यूनिट थी. डेवलपरों के पास गैर-बिके घरों की संख्या नौ फीसदी घटकर 4,50,263 यूनिट रही.

कंपनी ने अपनी छमाही ‘भारतीय रियल एस्टेट’ रिपोर्ट जारी की. यह रिपोर्ट दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद में घर और कमर्शियल प्रॉपर्टीज की मांग, आपूर्ति और कीमत का आकलन करती है.

कंपनी के कार्यकारी निदेशक (उत्तर) मुदसिर जैदी ने कहा कि 2019 की पहली छमाही में देश में घरों की बिक्री चार फीसदी बढ़ी है. यह लगातार तीसरी तिमाही है जब घरों की बिक्री बेहतर हुई है.

आंकड़ों के मुताबिक बिक्री में सबसे अधिक 10 फीसदी की वृद्धि दिल्ली-एनसीआर में देखी गयी. इस दौरान यहां 19,852 घरों की बिक्री हुई. वहीं इसके बाद बेंगलुरु में यह नौ फीसदी की वृद्धि के साथ 28,225 यूनिट रही. इसके अलावा पुणे में 17,364, चेन्नई में 8,979, मुंबई में 33,731, अहमदाबाद में 8,212 और हैदराबाद में 8,334 घर की बिक्री हुई.

हालांकि कलकत्ता में बिक्री इस दौरान 30 फीसदी घटकर 4,588 घर रही. इसकी अहम वजह पश्चिम बंगाल घर उद्योग नियामक प्राधिकरण की ओर से देरी करना रहा.

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