सपनों के शहर मुंबई में अपने घर का सपना पूरा कर पाना काफी मुश्किल माना जाता है. बीते कुछ समय के दौरान देश की आर्थिक राजधानी में घरों की कीमतों में आई तेजी ने इस सपने को हकीकत से और दूर कर दिया. हालांकि अब राहत के संकेत मिल रहे हैं. ताजे ट्रेंड बताते हैं कि इस साल मुंबई में घरों की कीमतों में नरमी आ सकती है.
इतनी कम हो गई है औसत बिक्री
मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में रियल एस्टेट सेक्टर स्लोडाउन की चपेट में आ चुका है. पिछले कुछ महीने के दौरान बिक्री के आंकड़े कम हुए हैं. औसत मासिक रजिस्ट्रेशन करीब 10 हजार यूनिट है, जिसमें लगभग 25 फीसदी हिस्सा रिडेवलपमेंट यूनिट का है. यानी नई यूनिट की बिक्री का औसत आंकड़ा 7,500 प्रति माह के आस-पास है.
त्योहारों में भी नहीं मिल पाया सपोर्ट
रियल एस्टेट सेक्टर के लिए साल के अंतिम तीन महीने अच्छे माने जाते हैं. अक्टूबर से दिसंबर क दौरान फेस्टिव सीजन का जोर रहता है और उस दौरान घर की खरीदारी तेज रहती है. पिछले साल भी अक्टूबर से दिसंबर के दौरान मुंबई में रियल एस्टेट सेक्टर को त्योहारी धारणा से काफी उम्मीदें थीं. हालांकि त्योहारी तिमाही में बिक्री के आंकड़े ने निराश किया.
5 गुना तक बढ़ गई सप्लाई
मुंबई के रियल एस्टेट सेक्टर में स्लोडाउन से अब हाउसिंग यूनिट की कीमतों में नरमी की उम्मीद जगी है. कीमतों में नरमी की उम्मीद का बड़ा कारण आपूर्ति से जुड़ा फैक्टर है. रिपोर्ट बताती है कि डिमांड की तुलना में सप्लाई ज्यादा है, जिससे कीमतों पर दबाव बन रहा है. अगस्त 2020 से दिसंबर 2022 के दौरान मांग में तेजी आने के बाद नए प्रोजेक्ट की लॉन्चिंग में 5 गुना तक की तेजी आई.
ऐसे डेवलपरों को कम होगी दिक्कत
डिमांड में कमी का एक बड़ा कारण घर खरीदारों के बीच भरोसे की कमी है. विभिन्न रियल एस्टेट डेवलपरों के द्वारा घर तैयार करने और हेंडओवर करने में देरी से ग्राहकों का भरोसा कम हुआ है. ऐसे में डेवलपरों के लिए अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट में बिक्री कर पाना चुनौतीपूर्ण हो गया है. हालांकि ब्रांडेड रियल एस्टेट डेवलपर के सामने ये दिक्कत नहीं है, क्योंकि उनके ऊपर ग्राहक भरोसा कर रहे हैं. ऐसे में आने वाले समय में चुनौतियों के बाद भी ब्रांडेड डेवलपर अच्छी बिक्री करने में सफल हो सकते हैं.
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