Housing Prices Update: कमोडिटी के दामों में उछाल और होम लोन के ब्याज दरों में बढ़ोतरी भी रियल एस्टेट सेक्टर के जोश को ठंडा नहीं कर पाई है. इन बातों का हाउसिंग डिमांड पर कोई असर नहीं देखा जा रहा है. हाउसिंग की भारी मांग और हाल के दिनों में देश के टॉप डेवलपर्स के द्वारा लॉन्च किए गए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के चलते रियल एस्टेट सेक्टर के लिहाज से देश के टॉप 8 शहरों में हाउसिंग प्राइसेज यानि घरों की कीमतों में 8 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
हाउसिंग प्राइसेज में तेज उछाल
बिल्डर्स की संस्था क्रेडाई (Credai), कोलियर्स (Colliers) और लियासेस फोरास (Liases Foras) ने घरों की बढ़ती कीमतों को लेकर जो प्राइस ट्रैकर रिपोर्ट तैयार किया है उसे देखने से पता लगता है कि इन सभी 8 शहरों में घर की कीमतों में इजाफा एकसमान नहीं है. रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली एनसीआर, पुणे, अहमदाबाद, बैंगलुरू, चेन्नई, हैदरबाद, कोलकाता और मुंबई मेट्रोपॉलिजन रीजन में हाउसिंग प्राइसेज में 8 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा घरों की कीमतों दिल्ली एनसीआर में बढ़ी है. दिल्ली-एनसीआर में रेसिडेंशिएल प्राइसेज में 16 फीसदी का उछाल साल दर साल इस अवधि के दौरान देखने को मिला है. इसके बाद कोलकाता का स्थान आता है जहां 15 फीसदी कीमतें बढ़ी है. 14 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ बैंगलुरू तीसरे स्थान पर है.
दिल्ली-एनसीआर में सबसे ज्यादा बढ़ी कीमतें
दिल्ली-एनसीआर में पिछले 11 तिमाही से घरों की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है. सेंट्रेल फेरीफेरल रोड के खुलने और एनएच -8 से द्वारका एक्सप्रेस को कनेक्ट करने के लिए लूप के चलते द्वारका एक्सप्रेस में कीमतें 59 फीसदी बढ़ी है. गुरुग्राम के गोल्फ कोर्स पर कीमतों में 42 फीसदी का उछाल बीते साल के मुकाबले देखने को मिला है. दिल्ली एनसीआर में महामारी पूर्व दौर के मुकाबले अनसोल्ड इंवेटरी में 38 फीसदी की कमी आई है जो कि 8 शहरों में सबसे कम है. वहीं 2023 की पहली तिमाही में अनसोल्ड इंवेटरी में 9 फीसदी की कमी आई है.
बनी रहेगी घरों की मांग
रिपोर्ट के मुताबिक हाउसिंग डिमांड में तेजी उछाल और बिल्डरों के नए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग के चलते कीमतों में ये तेजी आई है. देश के टॉप 8 शहरों में मांग में तेजी को भूनाने के लिए बिल्डर्स लगातार नए प्रोजेक्ट्स लॉन्च कर रहे हैं. होम लोन के ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बावजूद हाउसिंग डिमांड में तेज उछाल है. रेपो रेट में बढ़ोतरी पर ब्रेक लगने के साथ अर्थव्यवस्था के बेहतर आउटलुक हाउसिंग सेक्टर के लिए बूस्टर जोड का काम करेगा.
ये भी पढ़ें:
टेस्ला की जल्द होगी भारत में एंट्री, एलन मस्क ने पीएम मोदी से मुलाकात के बाद जताया भरोसा