Property Prices To Go Up: अगर आप इस वर्ष अपने सपनों का घर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो आपको ज्यादा कीमत चुकानी होगी. इस वर्ष पूरे देश में प्रॉपर्टी की कीमतों में 7.5 फीसदी का उछाल देखने को मिल सकता है. वहीं 2023 और 2024 में 6 फीसदी के दर से प्रॉपर्टी की कीमतों में उछाल आने की संभावना है. इस वर्ष हाउसिंग डिमांड में तेजी तो आएगी ही साथ ही हाउसिंग कीमतों में भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. दरअसल कोरोना महामारी के खत्म होने के बाद हाउसिंग डिमांड में आई तेजी और बिल्डिंग मटेरियल की कीमतों में उछाल के चलते हाउसिंग प्राइसेज में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.
महंगी हो रही प्रॉपर्टी
हाल ही में क्रेडाई-कोलियर्स-लियासेस फोरॉस ( Credai-Colliers-Liases Foras) हाउसिंग प्राइस ट्रैकर रिपोर्ट 2022 के कहा गया है कि देश में प्रॉपर्टी की कीमतों ( Property Prices ) में उछाल देखी जा रही है. साल 2022 की पहली तिमाही जनवरी से मार्च के बीच देश में औसतन रेसिडेंशियल कीमतों ( Residential Prices) में 4 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. सबसे ज्यादा इस अवधि में दिल्ली - एनसीआर में औसतन 11.3 फीसदी हाउसिंग प्राइसेज में इजाफा हुआ है. जबकि न्यू मुंबई ( New Mumbai) और वेस्टर्न सबर्ब ( Western Suburbs) में 9 से 10 फीसदी हाउसिंग प्राइसेज बढ़ी है. हैदराबाद में 9 फीसदी तो अहमदाबाद में 8 फीसदी बीते वर्ष के मुकाबले हाउसिंग कीमतें बढ़ी हैं. कोलकाता में 6 फीसदी तो पुणे में 3 फीसदी प्रॉपर्टी की कीमतें रेसिडेंशियल हाउसिंग प्राइसेज बढ़ी है.
होमबायर को लुभा रहा महंगा घर
वहीं होमबायर का फोकसम अब अफोर्डेबल हाउसिंग से शिफ्ट होकर बड़े और लग्जरी घरों की तरफ जा रहा है. घर खरीदारों का फोकस अब 40 लाख रुपये से कम कीमत वाले अफोर्डेबल हाउसिंग की जगह 40 से 80 लाख रुपये के बीच के घर और 80 लाख से 1.50 करोड़ रुपये के घरों की तरफ शिफ्ट हो रहा है. हाई-नेट-वर्थ व्यक्तियों (HNI) के बीच भारत में Sotheby's International Realty द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि बड़ी संख्या ने HNI अगले दो वर्षों में लक्जरी घरें खरीदने की चाहत रखते हैं. जिसमें बड़े अपार्टमेंट के साथ परिसर में एक अलग खेलने का एरिया, क्लब हाउस होगा, साथ ही इसके परिसर में स्वास्थ्य क्लीनिक, सुपरमार्केट और बैंक शाखाएं भी होंगी. सुधार कोविड -19 महामारी के बाद लोगों की प्राथमिकताएं भी बदल गई हैं वो ऐसी जगह प्रॉपर्टी लेना चाहते हैं जहां सभी सुविधाएं मौजूद हो. ताकि भविष्य में होने वाले किसी भी लॉकडाउन या 'वर्क फ्रॉम होम' के कारण निवासियों को असुविधा कम हो.
रियल एस्टेट सेक्टर की चिंता
बहरहाल हाउसिंग सेक्टर सरकार द्वारा स्टील के एक्सपोर्ट पर नकेल कसने और सीमेंट सप्लाई बढ़ाने के कोशिशों के मद्देनजर खुश है. रियल एस्टेट सेक्टर कमोडिटी की बढ़ती कीमतों से परेशान है पर उसे लगता है कि इससे सेक्टर को फायदा होगा. बहरहाल होम लोन पर बढ़ती ब्याज दरें जरुर हाउसिंग सेक्टर की चिंता बढ़ा रहा है. वहीं आरबीआई जून महीने में मॉनिटरी पॉलिसी का ऐलान करेगा जिसमें फिर से ब्याज दरें बढ़ाने जाने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे हुआ तो होम लोन और महंगा होगा.
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