एक दिन पहले समाप्त हुए वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही रियल एस्टेट सेक्टर खासकर हाउसिंग के लिए अच्छा साबित हुआ. 31 मार्च को समाप्त हुई जनवरी-मार्च 2024 तिमाही के दौरान देश के प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री में बड़ी तेजी आई और आंकड़ा रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया.


2024 की हुई शानदार शुरुआत


एनारॉक रिसर्च की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 की अंतिम तिमाही में आवासीय घरों की बिक्री 1,30,170 यूनिट पर पहुंच गई. यह किसी भी एक तिमाही में आवासीय घरों की बिक्री का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इस तरह देखें तो कह सकते हैं कि साल 2024 की शुरुआत हाउसिंग सेक्टर के लिए शानदार रही है और पहले तीन महीने में ही बिक्री का नया रिकॉर्ड बन गया है.


देश भर में बिके इतने घर


रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2024 तिमाही में आवासीय घरों की बिक्री का आंकड़ा साल भर पहले की समान अवधि की तुलना में 14 फीसदी ज्यादा है. साल भर पहले जनवरी-मार्च 2023 के दौरान देश के सात प्रमुख शहरों में 1,13,775 आवासीय घरों की बिक्री हुई थी.


मुंबई और पुणे ने मारी बाजी


मार्च तिमाही में घरों की बिक्री के मामले में सबसे आगे मुंबई मेट्रो रीजन (एमएमआर) रहा. तिमाही के दौरान एमएमआर में आवासीय घरों की बिक्री 49,920 यूनिट रही. साल भर पहले की समान तिमाही में एमएमआर में 34,690 यूनिट की बिक्री हुई थी. मतलब एमएमआर में आवासीय घरों की बिक्री में 24 फीसदी की तेजी आई है. दूसरा स्थान पुणे का रहा, जहां आवासीय घरों की बिक्री साल भर में 15 फीसदी बढ़कर 22,990 यूनिट पर पहुंच गई.


दक्षिण के इन दो शहरों में भी तेजी


एनारॉक रिसर्च की रिपोर्ट बताती है कि देश के ज्यादातर प्रमुख बाजारों में 2024 की पहली तिमाही में घरों की बिक्री तेज हुई है. मुंबई और पुणे के अलावा इस दौरान हैदराबाद में घरों की बिक्री 38 फीसदी बढ़ी है, जबकि बेंगलुरू में बिक्री में 14 फीसदी की सालाना तेजी आई है.


पांचवें स्थान पर फिसला दिल्ली-एनसीआर


देश के प्रमुख रियल एस्टेट मार्केट में पहली तिमाही के दौरान दिल्ली-एनसीआर ने निराश किया है. दिल्ली-एनसीआर पारंपरिक रूप से मुंबई के बाद दूसरा सबसे बड़ा रियल एस्टेट बाजार रहा है, लेकिन मार्च तिमाही में दिल्ली-एनसीआर फिसलकर पांचवें स्थान पर आ गया है. मार्च तिमाही में पुणे, हैदराबाद और बेंगलुरू भी दिल्ली-एनसीआर से आगे निकल गए. रिपोर्ट बताती है कि मार्च तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में आवासीय घरों की बिक्री सालाना आधार पर 9 फीसदी कम हो गई.


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