Housing Sales in FY 2022-23: कोरोना महामारी के कारण पिछले दो साल रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate Sector) के लिए बहुत निराशाजनक रहे है, लेकिन वित्त वर्ष 2022-23 इस सेक्टर के लिए बहुत अच्छा साबित हो रहा है. इस साल के फेस्टिव सीजन में देश के 7 प्रमुख शहरों में रिकॉर्ड मकान की बिक्री हुई है. इस साल अक्टूबर के महीने तक देश के बड़े शहरों में कुल 1.74 लाख मकानों की बिक्री हुई है. खास बात ये है कि पिछले वित्त वर्ष 2021-22 में 71,295 हजार मकान बिके थे. रियल एस्टेट सेक्टर के कंसल्टेंट के रूप में काम करने वाली बड़ी कंपनी एनारॉक (Housing Consulting Company Anarock) ने हाल ही में अपने एक रिपोर्ट पब्लिश की है.
7 प्रमुख शहरों में हुई मकान की रिकॉर्ड बिक्री
आपको बता दें कि देश की हाउसिंग ब्रोकरेज की प्रमुख फर्म में से एक एनारॉक (Anarock) ने इस साल देश के प्रमुख शहरों में हुई प्रॉपर्टी की बिक्री (Property Sales) पर एक रिपोर्ट तैयार की है. इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया है दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, चेन्नई, कोलकता, हैदराबाद, पुणे और बेंगलुरु. इस रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि इन 7 प्रमुख शहरों में कुल 1.74 लाख मकानों की बिक्री की है. ऐसे में पिछले साल के मुकाबले घरों के सेल्स में कुल 119 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
देश के प्रमुख शहरों के हिसाब से मकान की सेल्स-
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में कुल 52,185 मकान बिके हैं. वहीं दिल्ली-एनसीआर की बात करें तो यहां कुल 30,300 मकान की बिक्री होगी. वहीं पुणे में 26,580 मकान, बेंगलुरु में 24,195, हैदराबाद में 22,840 मकान, कोलकाता में 9,750 मकान की बिक्री हुई है. वहीं 7 बड़े शहरों में सबसे कम मकान की बिक्री चेन्नई में हुई है. यहां कुल 7,305 यूनिट मकान इस साल तक बिके हैं. ध्यान देने वाली बात ये है कि पहली छमाही में केवल 87,375 मकानों की बिक्री हुई थी. ऐसे में इस रिपोर्ट से यह साफ पता चल रहा है कि फेस्टिव सीजन में लोगों ने जमकर मकान खरीदे हैं.
बैंकों के होम लोन में लगातार हो रही बढ़ोतरी-
वित्त वर्ष में हाउसिंग सेक्टर में देखी गई तेजी इसलिए भी उत्साहजनक है क्योंकि पिछले कुछ महीनों से होम लोन की ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. होम लोन की बढ़ती ईएमआई के बाद भी लोगों ने इस साल जमकर घर खरीदे हैं. रिजर्व बैंक ने मई से लेकर अब तक महंगाई को कंट्रोल करने के लिए अपने रेपो रेट में 1.90 फीसदी की बढ़ोतरी की है. यह इस साल 4.00 फीसदी थी जो अब बढ़कर 5.90 फीसदी तक पहुंच गया है. ऐसे में इसका असर बैंकों द्वारा ऑफर किए जाने वाले होम लोन पर भी पड़ रहा, लेकिन होम बायर्स घर खरीदने का फैसला लंबे वक्त में लाभ को देखते हुए लेते है.
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