India Real Estate Report: साल 2024 के पहले छमाही में रेसिडेंशियल मार्केट्स (Residential Markets) के लिहाज से देश के टॉप 8 शहरों में घरों की बिक्री 11 सालों के हाई पर जा पहुंची है. जिसमें महंगे और लग्जरी घरों की डिमांड सबसे ज्यादा रही है. प्रीमियम हाउसिंग में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाले घर अब सबसे बड़े सेगमेंट के तौर पर उभरकर सामने आया है. कुल हाउसिंग सेल्स में 41 फीसदी हिस्सेदारी अब 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाले घरों की हो गई है.
2024 की पहली छमाही में बिके 173,241 घर
रियल एस्टेट कंसलटेंट नाइट फ्रैंक इंडिया (Knight Frank India) ने साल 2024 की पहली छमाही के लिए इंडिया रियल एस्टेट फ्लैगशिप रिपोर्ट (India Real Estate H1 2024) जारी किया है. इस रिपोर्ट में देश के टॉप आठ शहरों में रेसिडेंशियल और ऑफिस सेगमेंट पर पड़ रहे प्रभावों का जिक्र किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक साल 2024 की पहली छमाही में इन टॉप 8 शहरों में कुल 183,401 हाउसिंग यूनिट्स लॉन्च हुए हैं जो कि 2023 के मुकाबले 6 फीसदी ज्यादा है. जबकि 2024 की पहली छमाही में 173,241 घरों की बिक्री हुई है जो कि 2023 के इसी अवधि के मुकाबले 11 फीसदी ज्यादा है. रिपोर्ट के मुताबिक 2024 की दूसरी तिमाही में कुल 86,896 हाउसिंग यूनिट्स की सेल्स हुई है जो 2023 की दूसरी तिमाही से 12 फीसदी ज्यादा है.
महामारी के बाद से रेसिडेंशियल मार्केट में तेजी
नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना महामारी के बाद से रियल एस्टेट इंडस्ट्री के सभी सेगमेंट्स में जोरदार रिकवरी देखने को मिली है. लेकिन रेसिडेंशियल मार्केट में सबसे तेज रिकवरी देखने को मिली है. 2020 के बाद से प्राइमरी मार्केट में सेल्स वॉल्यूम 29 फीसदी के दर से सालाना बढ़ा है और 2023 में तो 10 सालों के हाई पर हाउसिंग सेल्स का आंकड़ा जा पहुंचा है. अर्थव्यवस्था में तेजी और शानदार जीडीपी के आंकड़ों के चलते मार्केट सेंटीमेंट सकारात्मक रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान बचत में बढ़ोतरी, मिड और हाई इनकम ब्रैकेट में आने वाले लोगों के इनकम पर बेहद कम असर पड़ने और आर्थिक विकास के जोरदार अनुमानों के चलते रेसिडेंशियल रियल एस्टेट मार्केट में भारी डिमांड देखने को मिला है.
प्रीमियम घरों की बढ़ी डिमांड
रिपोर्ट के मुताबिक 2024 में भी हाउसिंग सेल्स में तेजी बनी हुई है और 2024 की पहली छमाही में हाउसिंग सेल्स का आंकड़ा 11 वर्ष के हाई पर जा पहुंचा है. पहली छमाही में 173,241 हाउसिंग यूनिट्स की सेल्स देखने को मिली है जो पिछले साल के मुकाबले 11 फीसदी ज्यादा है. नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और एमडी शिशिर बैजल ने रिपोर्ट पर कहा, रेसिडेंशियल मार्केट में लगातार मजबूती देखी जा रही है और घरों की डिमांड 2024 की पहली छमाही में 11 सालों के हाई पर जा पहुंची है. घरों के डिमांड के आंकड़े लचीले ग्रोथ की ओर इशारा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि, प्रीमियम घरों की डिमांड रेसिडेंशियल मार्केट की जड़ों में समा चुका है और 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाले घरों की सेल्स लगातार बढ़ रही है.
मुंबई में महंगे घरों की सेल्स में 117% का उछाल!
नाइट फ्रैंक इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले दिल्ली एनसीआर को छोड़कर सभी मार्केट्स में हाउसिंग सेल्स बढ़ा है. दिल्ली एनसीआर में सेल्स में 4 फीसदी की कमी आई है. हैदराबाद में 2024 की पहली छमाही में 18,573 हाउसिंग यूनिट्स की सेल्स हुई है जो कि ऑलटाइम हाई है. मुंबई में 47,259 यूनिट्स बिके हैं जो 13 वर्ष का हाई है और पिछले साल के समान अवधि के मुकताबले 16 फीसदी सेल्स बढ़ा है. दरअसल मुंबई में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाले घरों की सेल्स में 117 फीसदी का उछाल आया है. रिपोर्ट के मुताबिक सभी आठ शहरों में कुल हाउसिंग सेल्स में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाले घरों की सेल्स का हिस्सेदारी करीब 41 फीसदी है. जबकि इस प्राइस सेगमेंट में पिछले साल के मुकाबले 51 फीसदी सेल्स बढ़ा है. 50 लाख से 1 करोड़ रुपये के बीच की कीमत वाले घरों की सेल्स में 8 फीसदी की कमी आई है. जबकि 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले घरों की सेल्स में 6 फीसदी की कमी आई है. इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि होमबायर्स का फोकस लग्जरी और प्रीमियम प्राइस कैटगरी वाले घरों पर शिफ्ट हुआ है.
अफोर्डेबल हाउसिंग की डिमांड कम
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच छमाही में 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले घरों की सेल्स में कमी देखने को मिली है. रेसिडेंशियल मार्केट में शानदार तेजी के बाद भी 50 लाख रुपये से कम कीमत वाले घर नहीं बिक रहे जिसके लिए लगातार प्रॉपर्टी के दामों में बढ़ोतरी, महंगे होम लोन रेट्स और इस सेगमेंट में आने वालों होमबायर्स पर महामारी के बुरे प्रभाव से चलते डिमांड कम रही है. तो डेवलपर्स ने भी प्रीमियम हाउसिंग प्रोजेक्ट्स के लॉन्चिंग पर अपना फोकस बढ़ा दिया है. 2024 की पहली छमाही में 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत वाले हाउसिंग यूनिट्स की लॉन्चिंग 47 फीसदी हो गई है जो कि 2023 की पहली छमाही में 36 फीसदी रहा था.
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