World Health Day: साधारण बीमाओं से कैसे अलग है कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी? जानें पूरी डिटेल
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी जब भी लें, सोच-समझकर लें. एक कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आम स्वास्थ्य बीमाओं से किस प्रकार भिन्न है और इनके प्रीमियम में कितना फर्क है, जानें डिटेल...
सिद्धार्थ सिंघल : स्वास्थ्य सेवाएं महंगी होने की वजह से किसी भी बीमारी के इलाज के दौरान वाले खर्च से हमारी जेब पर काफी भारी असर पड़ता है ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) ही एक ऐसा विकल्प है जो किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के दौरान पॉलिसीधारक को आसानी से सही हेल्थ सेवाओं तक पहुंच प्रदान करता है. साधारण हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में रेगुलर चेक-अप के दौरान होने वाला खर्च, मेंटल हेल्थ कवरेज, मैटरनिटी कवरेज आदि को कवर नहीं किया जाता है. लेकिन अगर पॉलिसीधारक कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का विकल्प चुनता है तो किसी भी अप्रत्याशित बीमारी या चोट की स्थिति में पॉलिसीधारक और उनके परिवार को वित्तीय परेशानी से बचाने में मदद कर सकती हैं. इस पॉलिसी को मेडिकल कवरेज का सबसे व्यापक रूप माना जाता है, जिसे व्यक्ति को मेडिकल सेवाओं और उपचारों का एक व्यापक कवरेज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है. विश्व स्वास्थ्य दिवस 7 अप्रैल को मनाया जाता है और हमें अपने स्वास्थ्य के साथ-साथ हेल्थ इंश्योरेंस के प्रति भी जागरूक होने की जरूरत है.
हाई सम इंश्योर्ड
कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि गंभीर बीमारियों जैसे हृदय रोग, कैंसर इसके अलावा प्रदूषण की वजह से होने वाली श्वसन रोग, फैफड़ों का कैंसर आदि के इलाज के दौरान होने वाले मेडिकल खर्चों के लिए भी कवरेज प्रदान करते है. इन बीमारियों के इलाज में होने वाला खर्च 30 से 40 लाख तक हो सकता है, और एक पर्याप्त इंश्योरेंस की कमी की वजह से इन बीमारियों का इलाज आपकी जेब पर भारी बोझ डाल सकता है. इसलिए महंगे अस्पताल में भर्ती होने और इलाज के खर्च से बचने के लिए पर्याप्त राशि चुनने की सलाह दी जाती है. उदाहरण के लिए, 1 करोड़ रुपये का कवरेज देने वाली पॉलिसी 1100-1200 रुपये के किफायती मासिक प्रीमियम पर आती है, और किसी भी प्रकार की मेडिकल इमरजेंस की स्थिति में पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करती है. हालांकि, प्रीमियम की राशि आपकी उम्र और हेल्थ कंडीशन पर निर्भर करता है.
ऐड-ऑन कवर
बुनियादी कवरेज के अलावा, एक व्यापक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में गंभीर बीमारी, रेगुलर चेक-अप में होने वाला खर्च, कंज्यूमेबल्स कवर, पर्सनल एक्सीडेंट कवर आदि जैसे राइडर भी शामिल होते हैं. थोड़े से अतिरिक्त प्रीमियम पर, ये राइडर या ऐड-ऑन सुनिश्चित करते हैं कि किसी भी मेडिकल इमरजेंसी के दौरान बिना किसी वित्तीय पेरशानी के आपको पर्याप्त हेल्थ सेवाएं प्राप्त हो सकें.
पूरे परिवार को कवर करता है
अपने साथ अपने परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है इसलिए किसी भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनते समय परिवार की आवश्यकताओं को भी ध्यान में रखना चाहिए. उदाहरण के लिए, पति, पत्नी और दो बच्चों वाले परिवार को फ्लोटर प्लान का विकल्प चुनना चाहिए. हालांकि, बुजुर्ग माता-पिता के साथ बड़े, कामकाजी बच्चों वाले परिवार को अलग हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी और सीनियर सिटीजन पॉलिसी को खरीदना चाहिए.
मेंटल हेल्थ कवरेज
मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं किसी भी अन्य शारीरिक बीमारी जितनी ही चिंताजनक होती है जिसका समय पर सही इलाज होना बेहद जरूरी है. कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी आमतौर पर थेरेपी और काउंसलिग सहित मेटल हेल्थ सर्विस के लिए भी कवरेज प्रदान करती हैं, यह उन सभी व्यक्तियों के लिए बहुत ही लाभदायक है जो मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे है.
मैटरनिटी कवरेज
मातृत्व किसी भी महिला के जीवन का बहुत ही महत्पूर्ण पल होता है. लेकिन इस समय को सम्पूर्ण आनंद के साथ जीने के लिए वित्तीय प्लानिंग बहुत ही जरूरी है. क्योंकि मैटरनिटी पीरियड के दौरान डिलीवरी से पहले और डिलीवरी के बाद भी महिला को उचित चिकित्सा देखभाल की जरूरत होती है. इसलिए अगर आप परिवार बढ़ाने के योजना बना रहे है तो हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के साथ मैटरनिटी बेनिफिट का विकल्प भी जरूर चुनना चाहिए. यह न केवल मैटरनिटी पीरियड के दौरान बेहतर हेल्थ सर्विस तक पहुंच प्रदान करती है बल्कि आपकी जेब पर पड़ने वाले वित्तीय बोझ को भी कम करती है. ज्यादातर मैटरनिटी बेनिफट प्रदान करने से पहले पॉलिसी के आधार पर दो से चार साल का वेटिंग पीरियड होता है हालांकि अब कई ऐसी पॉलिसीयां भी उपलब्ध है जिसमें वेटिंग पीरियड को कम करके एक साल कर दिया है.
ओपीडी कवरेज
आमतौर पर हेल्थ इंश्योरेंस के लिए क्लेम तभी फाइल किया जा सकता है जब व्यक्ति अस्पताल में भर्ती हो और उसने 24 घंटे से ज्यादा समय बिताया हो. लेकिन अगर आप ट्रेडिशनल हेल्थ इंश्योरेंस कवरजे के साथ-साथ ओपीडी कवर का विकल्प भी चुनते है तो, आप अस्पताल में भर्ती हुए बिना इलाज के दौरान लगने वाली चिकित्सा लागत के लिए क्लेम कर सकत है. ओपीडी कवर के अंतर्गत चिकित्सा परामर्श, डायगनोस्टिक टेस्ट, दवाईयों के खर्च आदि को कवर किया जाता है. जिन व्यक्तियों को समय-समय पर रेगुलर चेक-अप की आवश्यकता होती है उनके लिए हेल्थ इंश्योरेंस के साथ ओपीडी कवर का चयन करना बहुत ही उत्तम निर्णय होगा.
(लेखक पॉलिसीबाजार डॉट कॉम के बिजनेस हेड-हेल्थ इंश्योरेंस हैं. प्रकाशित विचार उनके निजी है. )
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