आरबीआई ने सोवरेन गोल्ड बॉन्ड की आठवीं सीरीज जारी कर दी है. यह धनतेरस यानी आज ( 13 नवंबर, 2020) के दिन बंद हो रहा है. क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए? क्या आपके लिए यह फायदेमंद निवेश रहेगा. आपकी जरूरत के हिसाब से यह लॉन्ग टर्म निवेश कितना कारगर साबित होगा. कमोडिटी और निवेश विशेषज्ञों का क्या कहना है, आइए जानते हैं.
लंबी अवधि के निवेश के हिसाब से फायदेमंद
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आप लंबी अवधि यानी लॉन्ग टर्म के हिसाब से निवेश करना चाहते हैं तो सोवरेन गोल्ड बॉन्ड एक अच्छा विकल्प हो सकता है. अगर आप स्ट्रटेजिक इनवेस्टमेंट में विश्वास करते हैं तो गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश ज्यादा मुफीद होगा, क्योंकि इसमें लिक्विडिटी की बेहतर स्थिति होती है. यानी आप जब चाहें अपना पैसा वावस ले सकते हैं.
सोवरेन गोल्ड फंड में निवेश में मैच्योरिटी पर टैक्स नहीं
सोवरेन गोल्ड फंड में आपका फंड 8 साल के लिए बंद रहता है. हालांकि पांच साल के बाद आप पैसा निकाल सकते हैं. फिर भी यह लंबी अवधि है. लेकिन इसके फायदे भी हैं. सोवरेन गोल्ड फंड में निवेश में मैच्योरिटी के दौरान कैपिटल गेन्स टैक्स नहीं लगता है. सोवेरन गोल्ड फंड स्टॉक एक्सचेंज भी लिस्ट होते हैं और वहां भी उनकी ट्रेडिंग हो सकती है लेकिन इसमें लिक्विडिटी कम होती है. मैच्योरिटी से पहले इन्हें बेचना मुश्किल होता है. सोवरेन गोल्ड फंड में निवेश उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता जो गोल्ड में लॉन्ग टर्म निवेश करना चाहते हैं क्योंकि इसमें मैच्योरिटी के वक्त इसकी कीमत और 2.5 फीसदी वार्षिक ब्याज मिलता है.
सोवरेन गोल्ड फंड की आठवीं सीरीज का इश्यू प्राइस 5,127 प्रति यूनिट ( एक यूनिट 10 ग्राम सोने के बराबर है) है. जो लोग ऑनलाइन गोल्ड खरीदेंगे उन्हें 50 रुपये की छूट मिलेगी. ये बैंकों से खरीदे जा सकते हैं. कोरोना संक्रमण की वजह से पैदा आर्थिक अस्थिरता ने इस साल गोल्ड में रिटर्न दिया है. अल्पावधि में सोने के दाम में उतार-चढ़ाव में आ सकता है. लेकन लॉन्ग टर्म में गोल्ड में निवेश बेहतरीन रिटर्न देने वाला साबित हो सकता है.
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