सेविंग्स और निवेश को लेकर अब लोगों की सोच बदल रही है. पहले, हर महीने सैलरी पाने वाले कर्मचारी अपना पैसा बैंक अकाउंट्स में रखते थे या फिर ज्यादा पैसा होने पर उसकी एफडी करा देते थे. लेकिन, अब ऐसा नहीं है. अब लोग अपना पैसा निवेश करने लगे हैं. खासतौर से शेयर मार्केट या फिर म्यूचुअल फंड्स (Mutual Funds) में.


हालांकि, शेयर मार्केट में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है. इसलिए, ज्यादातर लोग म्यूचुअल फंड्स में निवेश करना सही समझते हैं. चलिए आज इस खबर में हम आपको बताते हैं कि म्यूचुअल फंड में कैसे निवेश किया जाता है और इससे कैसे तगड़ा मुनाफा कमाया जाता है.


म्यूचुअल फंड में निवेश करने का प्रोसेस क्या है


अगर आप पहली बार म्यूचुअल फंड में निवेश करने जा रहे हैं तो आप यहां से समझ सकते हैं कि इसके लिए सबसे पहले हमें क्या-क्या करना होता है. म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए आपको सबसे पहले किसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपना अकाउंट बनाना होगा. Groww, Zerodha, Paytm Money, ET Money जैसे कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हैं, जहां आप आसानी से अपना अकाउंट बना सकते हैं. 


इन प्लेटफॉर्म्स में से किसी एक पर अकाउंट बनाने के बाद आपको KYC प्रक्रिया पूरी करना होगा. दरअसल, म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले KYC प्रक्रिया को पूरी करना जरूरी होता है. इसके लिए पैन कार्ड और आधार कार्ड की जरूरत होगी. इसके अलावा आप ऑनलाइन e-KYC भी कर सकते हैं. इस प्रक्रिया में आपको आधार और मोबाइल नंबर की मदद से KYC पूरी करनी होती है. ये कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है.


सही म्यूचुअल फंड कैसे चुनें


अकाउंट बनाने के बाद आपको निवेश के लिए सही म्यूचुअल फंड चुनना होता है. इसके लिए आपको अलग-अलग म्यूचुअल फंड को लेकर रिसर्च करनी होती है. कई बार ये प्लेटफॉर्म्स खुद ही आपके लिए टॉप म्यूचुअल फंड्स स्कीम सजेस्ट करते हैं. आप इनमें से किसी एक को चुनकर उस पर रिसर्च कर के निवेश कर सकते हैं. हालांकि, म्यूचुअल फंड चुनने से पहले आपको अपनी निवेश योजनाओं और लक्ष्यों को ध्यान में जरूर रखना चाहिए. इसी के आधार पर आपको म्यूचुअल फंड का चयन करना चाहिए.


दो तरह से कर सकते हैं निवेश


म्यूचुअल फंड में आप दो तरह से निवेश कर सकते हैं. पहला, SIP (Systematic Investment Plan) होता है. इसमें नियमित तौर पर एक निश्चित राशि निवेश करना होता है. यानी हर महीने एक निश्चित अमाउंट आपके अकाउंट से ऑटोमैटिक कट कर आपके द्वारा चयन किए गए म्यूचुअल फंड में निवेश हो जाएगा. वहीं दूसरा तरीका है लंपसम निवेश. लंपसम निवेश में आप एक बार में बड़ी राशि निवेश करते हैं.


कितने तरह के होते हैं म्यूचुअल फंड


मुख्यतौर पर म्यूचुअल फंड चार तरह के होते हैं. इक्विटी म्यूचुअल फंड, डेट म्यूचुअल फंड, हाइब्रिड म्यूचुअल फंड और लिक्विड म्यूचुअल फंड.


इक्विटी म्यूचुअल फंड कि बात करें तो यह फंड मुख्य रूप से शेयर बाजार में निवेश करते हैं. इन्हें हाई रिस्क और हाई रिटर्न के लिए जाना जाता है. इक्विटी फंड लॉन्ग टर्म निवेश के लिए अच्छे होते हैं. इसके अंदर कई तरह के फंड आते हैं. जैसे- लार्ज कैप, मिड कैप, स्मॉल कैप और मल्टी कैप.


डेट म्यूचुअल फंड की बात करें तो यह फंड सरकारी और कॉर्पोरेट बॉन्ड में निवेश करते हैं. डेट फंड की रिटर्न स्थिर होती है और इसमें जोखिम भी कम होता है. यह फंड उन लोगों के लिए अच्छे होते हैं जो कम जोखिम के साथ निवेश करना चाहते हैं.


तीसरे नंबर पर आते हैं हाइब्रिड म्यूचुअल फंड. यह म्यूचुअल फंड इक्विटी और डेट दोनों में निवेश करते हैं. हाइब्रिड फंड निवेशकों को एक संतुलित जोखिम और रिटर्न देते हैं. हाइब्रिड फंड के अंदर भी कई प्रकार होते हैं जैसे कि बैलेंस्ड फंड और एसेट एलोकेशन फंड.


लिक्विड म्यूचुअल फंड की बात करें तो ये फंड बहुत कम समय के लिए निवेश करते हैं और इनका जोखिम काफी कम होता है. ये फंड कैश मैनेजमेंट के लिए उपयुक्त होते हैं और आमतौर पर बैंक डिपॉजिट से बेहतर रिटर्न देते हैं.


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