India Largest IPO Performance: हुंडई मोटर इंडिया साइज के हिसाब से भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ अगले हफ्ते लेकर आ रही है. कंपनी आईपीओ के जरिए 27,870 करोड़ रुपये जुटाने जा रही है. लेकिन आईपीओ के खुलने से पहले और प्राइस बैंड के एलान के बाद कंपनी का जीएमपी ग्रे मार्केट में केवल 7 फीसदी ऊपर या 147 रुपये पर कारोबार कर रहा है. यानि आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को फीकी लिस्टिंग गेन मिलने की आशंका है.

  


हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ 15 से 17 अक्टूबर तक निवेश के लिए खुला रहेगा. लेकिन आपको बताते हैं आईपीओ के जरिए 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम जुटाने वाली कंपनियों के स्टॉक ने लिस्टिंग के दिन कैसा प्रदर्शन किया है. 


एलआईसी ने लिस्टिंग पर दिया नेगेटिव रिटर्न


सरकारी क्षेत्र की जीवन बीमा कंपनी कंपनी एलआईसी (LIC) 21008 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर मई 2022 में आई थी जो सबसे बड़ा आईपीओ था. 949 रुपये के इश्यू प्राइस वाला शेयर 7.79 फीसदी के डिस्काउंट के साथ 875 रुपये पर लिस्ट हुआ था.   


लिस्टिंग के दिन 27 फीसदी गिरा शेयर


पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन97 कम्यूनिकेशंस (One 97 Communications Ltd) नवंबर 2021 में 2150 रुपये के इश्यू प्राइस पर 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी. 2150 रुपये वाला स्टॉक 1950 रुपये पर लिस्ट हुआ और लिस्टिंग वाले दिन पेटीएम का शेयर 1560 रुपये पर गिरकर क्लोज हुआ था. 


कोल इंडिया ने दिया शानदार रिटर्न 


सरकारी क्षेत्र की सबसे बड़ी कोल कंपनी कोल इंडिया (Coal India) 2010 में 245 रुपये के इश्यू प्राइस पर 15199 करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी. आईपीओ को निवेशकों का जोरदार रेस्पांस मिला था. 4 नवंबर 2010 को कोल इंडिया का स्टॉक 40 फीसदी की लिस्टिंग गेन के साथ 342 रुपये पर लिस्ट हुआ था. 


रिलायंस पावर ने किया था निराश 


अनिल अंबानी की रिलायंस पावर (Reliance Power) 2008 में आईपीओ लेकर आई थी. कंपनी ने 450 रुपये के इश्यू प्राइस पर 11,563 करोड़ रुपये जुटाये थे. आईपीओ को शानदार रेस्पांस भी मिला था. पर 2 फरवरी 2008 को रिलायंस पावर का स्टॉक इश्यू प्राइस से 17.33 फीसदी डिस्काउंट का साथ लिस्ट हुआ था.  


GIC भी लिस्टिंग पर फिसला


सरकारी क्षेत्र की जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (GIC) जो रीइंश्योरेंस सर्विसेज में है उसने 2017 में 11,175 करोड़ रुपये आईपीओ के जरिए जुटाये थे. 912 रुपये के इश्यू प्राइस वाला स्टॉक 11 फीसदी की गिरावट के साथ 870 रुपये पर लिस्ट हुआ था.  


एसबीआई कार्ड्स भी लिस्टिंग पर फिसला 


एसबीआई कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेज लिमिटेड (SBI Cards & Payment Services) ने मार्च 2020 में आईपीओ 10,354 करोड़ रुपये जुटाये थे. कंपनी के आईपीओ पर कोरोना महामारी का असर देखने को मिला था और 17 मार्च 2020 को 755 रुपये के इश्यू प्राइस वाला शेयर 683 रुपये पर लिस्ट हुआ था. यानि भारतीय शेयर बाजार में अब तक जिन 6 कंपनियों में 10,000 करोड़ रुपये जुटाये थे उसमें केवल कोल इंडिया के आईपीओ ने ही लिस्टिंग पर जोरदार रिटर्न दिया है.      


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