नई दिल्ली: नौकरी लगी, कमाना शुरु किया और हर महीने के आखिर में देखते ही देखते पैसे गायब? यहि होता है न? नौकरी की शुरुआत में सेविंग, या निवेश का ख्याल तो दूर दूर तक नहीं आता. मगर सेविंग और निवेश यदि पहले से शुरु कर दें तभी आप अपने भविष्य के लिए कुछ जमा पूंजी सुरक्षित रख पाएंगे. ये मायने नहीं रखता कि आप कितना कमाते हैं, कमाई जितनी भी हो मगर सेविंग जितनी जल्दी शुरु कर दी जाए उतना बेहतर होता है. यहां सीखें बचत के कुछ आसान तरीके


कैसे करें बचत


एक चुनौती जिसका सामना सबको करना होता है वो है फिजूलखर्ची को नियंत्रित करना. इस समस्या का हल यहि है कि सबसे पहले बचत की एक रकम पहले रख लें और फिर बची हुई रकम को अपनी जरुरत के हिसाब से खर्च करें. अपनी कुल रकम की बचत और खर्च को 70:30 में रखें और तय करें कि इस अनुपात में किसी भी प्रकार का असंतुलन न आए. अनुपात में रखने से बचत करने में एक अनुशासन आएगा.


समय और परिस्थिति के अनुसार खर्च के तरीकों में बदलाव भी ला सकती हैं मगर एक समय ऐसा आएगा जब आप एक अनुशासन में ढल जाएंगे. जिससे बचत और खर्च के बीच संतुलन बनाने में आसानी होगी.


पहले हीं तय करें भविष्य की योजनाएं फिर निवेश करें


बिना किसी प्लानिंग के भविष्य में अच्छी रकम मिलने के आसार कम हैं. इसलिए अभी से हीं अपनी प्राथमिकताएं तय कर एक लिस्ट बना लें. इन लक्ष्यों को प्राप्त करने का एक निश्चित टाइम फ्रेम बना लें. उदाहरण के तौर पर यदि अभी से 10 साल बाद एक घर खरीदना आपका लक्ष्य है और 12 प्रतिशत तक के ब्याज का रिटर्न पाना चाहते हैं तो आप Equity Mutual Fund या Equity linked Savings Scheme ( ELSS ) में निवेश कर सकते हैं.


SIP में करें निवेश


सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान, जिसे आमतौर पर एसआईपी के रूप में जाना जाता है, ये नियमित रूप से अपनी पसंदीदा म्यूचुअल फंड योजनाओं में निश्चित रकम को निवेश करने की सुविधा देता है. एसआईपी में, हर महीने आपके बचत खाते से एक निश्चित राशि काटी जाती है और आप जिस भी म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं कर सकते हैं.


निवेश के लिए कभी भी सही समय का इंतजार या बाद में करने के बारे में न सोचें बल्कि जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी निवेश करें क्योंकि समयावधि जितनी ज्यादा होगी आपको रिटर्न भी भारी भरकम मिलेगा. उदाहरण के लिए यदि आप 2000 रुपये से भी निवेश शुरु करते हैं तो 12 प्रतिशत की वार्षिक दर से 30 वर्षों में आपको 70.6 लाख का रिटर्न मिलेगा, इस रकम को यदि आप अपने निवेश से तुलना करेंगे तो आपने केवल 7.2 लाख ही निवेश किया है.


एसआईपी आपको 500 रुपये से निवेश करने की सुविधा देता है, फिर अपनी सुविधानुसार इस रकम को बढ़ा भी सकते हैं. स्टॉक मार्केट की तरह यहां पर आपको समय नहीं देना होता बल्कि SIP Mutual Funds बाजार मे उतार - चढाव की वजह से कई तरह के जोखिम को कम कर देता है.


स्वास्थ्य बीमा कराएं


स्वास्थ्य बीमा कराना किसी प्रकार का निवेश नहीं पर ये आपको स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार के जोखिम को कवर करता है. यहां इस बात का जिक्र इसलिए किया गया है क्योंकि अचानक यदि किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या आ जाए तो इसका प्रभाव आपके पॉकेट पर न पड़े, साथ हीं ये आपकी बचत की योजना को किसी भी प्रकार न बिगाड़े.


किसी तरह की अचानक आने वाली समस्या से निपटने का यह सही तरीका है. जितने कम उम्र में आप स्वास्थ्य बीमा कराते हैं उतने हीं कम पैसे खर्च करने होते हैं. साथ हीं धारा 80 D के तहत आपको टैक्स बचत का अतिरिक्त लाभ भी हासिल होता है.


इमर्जेंसी फंड बनाएं


यह तरीका आपको किसी भी आपात स्थिति जैसे नौकरी छूट जाना, दुर्घटना, कोई गंभीर बीमारी आदि से निपटने की वित्तीय शक्ति देता है. इस प्रकार की किसी भी आपात स्थिति में यह आपकी आय के स्रोत के रुप में कार्य करता है. बिल रेंट, भुगतान, बीमा प्रीमियम आदि को कवर करता है, साथ हीं ये आपकी रोजमर्रा के खर्च को भी मेंटेन करता है.


ये आपको किसी भी प्रकार के उधार लेने की समस्या को खत्म करता है. किसी तरह के आपात स्थिति से निपटने के लिए हर महीने बचत कर 6 माह से एक साल तक में एक निश्चित पूंजी तैयार कर सकते हैं. यहां पर ध्यान रखने योग्य बात ये है कि पूंजी को आप लिक्विड फॉर्म में रखें अर्थात वो फिक्स्ड न हो जिसे आसानी से कभी भी निकाला जा सके.