Layoffs: देश और दुनिया में कई कंपनियों की ओर से छंटनी या न्यू हायरिंग फ्रीज करने के समाचार आ रहे हैं. इस कड़ी में ताजा नाम कंप्यूटर और प्रिंटर मेकर एचपी का है. एचपी इंक ने मंगलवार को कहा है कि आने वाले 3 सालों में कंपनी की 4000 से 6000 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना है. किसी टेक्नोलॉजी कंपनी द्वारा ये छंटनी का इशारा देने वाली ये ताजा खबर है.
करीब 10 फीसदी वर्कफोर्स की होगी छंटनी
एचपी इंक में होने वाली ये छंटनी इसकी मौजूदा वर्कफोर्स में से करीब 10 फीसदी छंटनी बताई जा रही है. ये कंपनी की कॉस्ट कटिंग योजनाओं में से एक हिस्सा है. एचपी की लगातार घटती बिक्री और अर्थव्यवस्था की चिंताओं के चलते कंपनी ऐसा करने जा रही है. दरअसल मंगलवार को ही कंपनी ने कहा है कि इसके चौथी तिमाही के राजस्व में 11.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है जो कि इसके एक साल पहले की समान तिमाही में 14.8 अरब डॉलर दर्ज किया गया था.
एचपी की बिक्री में आ रही है गिरावट
कंपनी ने इस छंटनी का फैसला लेने के पीछे की वजहों में कमजोर डेस्कटॉप बिक्री को भी हवाला दिया है. इसके चलते पर्सनल कंप्यूटर कंपनियों को हाल के महीनों में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. कंपनी ने ये भी बताया है कि इसके कंप्यूटर डिवीजन की सेल्स में चौथी तिमाही में 13 फीसदी की गिरावट देखी गई है और ये 10.3 अरब डॉलर पर आ गई है. इसके चलते साल दर साल आधार पर कंपनी के कुल कंज्यूमर रेवेन्यू में 25 फीसदी की गिरावट देखी गई है.
कंपनी के सीईओ का बयान
एचपी इंक के सीईओ एनरिक लोरस ने एक बयान में कहा कि अस्थिर मैक्रो वातावरण और डिमांड में दिख रही नरमी के चलते पिछले 6 महीनों में कंपनी के प्रोडक्ट्स के लिए बिक्री कम रही है.
कई बड़ी कंपनियां भी कर रही हैं छंटनी
एचपी इंक की छंटनी इस बात का संकेत है कि दुनिया के कई देशों में जो मंदी की आशंका है वो गहरा रही है. ऊंची ब्याज दरों और बढ़ती महंगाई दरों के दौर में कई बड़ी कंपनियां जैसे अमेजन, मेटा, ट्विटर पहले की छंटनी का संकेत दे चुकी हैं.
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