Investors:  गुजरता साल निवेशकों के लिए खुशियों का नया पैगाम लेकर आया है. गिरते बाजार के बाद भी भारत का कंपनी जगत डर नहीं रहा है, बल्कि इसकी पूंजी उछाल पर है. 100 कंपनियां तो एक लाख करोड़ पूंजी का डाटा सेट कर चुकी है. 95 कंपनियां एक लाख करोड वाले क्लब में प्रवेश भी कर चुकी हैं. 20 और कंपनियां साल खत्म होते-होते इस क्लब में जगह बनाने के लिए आतुर हैं. इनमें से कम से पांच के इस सीमा के पार कर जाने की संभावना है. इनमें ल्यूपिन लिमिटेड, पर्सिंसटेंट सिस्टम, इंडियन ओवरसीज बैंक, जाइडस लाइफ साइंसेंस, जिंदल स्टील एंड पावर, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस और पीबी फिनटेक प्रमुख हैं.


साल भर में 21 बढ़ गईं वन ट्रिलियन डॉलर कंपनियां 


2023 में केवल 74 कंपनियां ही ऐसी थीं, जिनकी बाजार पूंजी एक लाख करोड़ के पार थी. सालभर में इसमें अभी तक 21 करोड़ की बढ़ोतरी हो चुकी है. यह 2021 और 2022 के स्थिर रुझान से काफी ऊपर की उछाल है. इन दोनों सालों में आंकड़ा केवल 49 और 52 पर ही सिमटा हुआ था. हालांकि, इन दोनों सालों में कोरोना की मार से घायल बाजार पूरी तरह से उबर नहीं पाया था. 2021 में तो बाजार काफी गिरावट के दौर में था. 


निवेशकों के लिए क्यों हैं अच्छी उम्मीद


95 कंपनियों की पूंजी एक लाख करोड़ के पार हो जाने और 20 कंपनियों के इस दिशा में बढ़ जाने से इतना तो स्पष्ट है कि इन कंपनियों के कारोबार मजबूत हैं और अच्छा कारोबार कर रहे हैं. इसलिए निवेशकों को इन कंपनियों में निवेश के लिए बहुत ज्यादा रिसर्च की जरूरत नहीं होगी. इन कंपनियों के अच्छे फंडामेंटल्स की बदौलत निवेशक ताल ठोककर पैसा लगा सकते है. दूसरा, इतनी अधिक कंपनियों के वन ट्रिलियन क्लब के मेंबर होने से भारत के वित्तीय जगत के मजबूत स्थिति में होने के संकेत मिल रहे हैं. इस कारण इन कंपनियों के कारोबारी नेटवर्क में रहने वाली दूसरी कंपनियों की मजबूती भी शेयर बाजार को ऊपर का रुझान देने की उम्मीद कायम कर सकती है.


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