(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Hurun List: ये हैं देश की सबसे सफल कंपनियां, 231 लाख करोड़ है मार्केट वैल्यू, कई देशों की जीडीपी भी इनसे पीछे
Successful Indian Companies: हुरून की इस लिस्ट में शामिल कंपनियां देश के 44 शहरों में फैली हैं. इस साल छोटे शहरों की कई कंपनियों ने लिस्ट में जगह बनाई है.
Successful Indian Companies: देश की सबसे सफल 500 कंपनियों की कुल मार्केट वैल्यू 231 लाख करोड़ है. यह आंकड़ा दुनिया के कई देशों की जीडीपी से भी ज्यादा है. देश की यह दिग्गज कंपनियां कुल 44 शहरों में फैली हुई हैं. पिछले साल इस लिस्ट में शामिल कंपनियां 36 शहरों में थीं. यह आंकड़े हुरून इंडिया 500 (Hurun India 500) लिस्ट के हैं. हुरून ने एक्सिस बैंक के साथ मिलकर सोमवार को यह लिस्ट जारी की है.
6700 करोड़ रुपये की मिनिमम वैल्यू वाली कंपनियां शामिल
हुरून इंडिया 500 लिस्ट के मुताबिक, इस साल उन कंपनियों को इसमें जगह मिली है, जिनकी मिनिमम वैल्यू 6700 करोड़ रुपये है. पिछले साल यही आंकड़ा 5,947 करोड़ रुपये था. इसमें 13 फीसदी का उछाल आया है. डाटा के मुताबिक, इन कंपनियों में देश के कुल वर्कफोर्स का लगभग 1.3 फीसदी हिस्सा काम करता है. ये कंपनियां 70 लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध करा रही हैं. प्रति कंपनी यह औसत 15,211 कर्मचारी का आता है.
कोच्चि और सूरत जैसे शहरों की कंपनियां भी लिस्ट में आईं
इस रैंकिंग में सिर्फ मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों की कंपनियों को जगह नहीं मिली है बल्कि कोच्चि और सूरत जैसे टियर 2 शहरों में स्थित कंपनियां भी इसमें शामिल हैं. लिस्ट में सबसे ज्यादा मुंबई की 156 कंपनियां शामिल हैं. इसके बाद बेंगलुरु की 59 और दिल्ली की 39 कंपनियां इसमें शामिल हुई हैं. इसमें 235 साल पुरानी ईआईडी पैरी से लेकर 2021 में बने स्टार्टअप को भी जगह मिली है. हुरून के मुताबिक, लिस्ट से पता चलता है कि भारत का आर्थिक विकास चारों तरफ फैला हुआ है. इसमें फाइनेंस, हेल्थकेयर से लेकर आईटी, ऑटोमोटिव और बैंक तक शामिल हैं. इस साल लिस्ट में 61 नई कंपनियों को जगह मिली है. इनमें से 437 कंपनियों के बोर्ड में महिलाएं भी शामिल हैं.
रिलायंस तीन साल से देश की सबसे मूल्यवान कंपनी
हुरून लिस्ट के मुताबिक, रिलायंस तीन साल से देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है. इसके बाद टीसीएस और एचडीएफसी बैंक का नंबर आता है. इस साल एचसीएल टेक्नोलॉजीस और कोटक महिंद्रा बैंक की टॉप 10 में वापसी हुई है. अडानी ग्रुप की 8 कंपनियों का इस लिस्ट में 4.3 फीसदी हिस्सा है. इसकी कुल वैल्यू 9.9 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है. हिंडनबर्ग रिपोर्ट के चलते ग्रुप की कंपनियों की वैल्यू 50 फीसदी घटी थी. मगर, सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद इसकी वैल्यू लगातार बढ़ रही है.
स्टार्टअप की फंडिंग और मार्केट वैल्यू में आ रही गिरावट
स्टार्टअप फंडिंग और मार्केट वैल्यू में इस साल भी गिरावट देखी जा रही है. बायजू, डीलशेयर और फार्मईजी ने काफी पैसा गंवाया है. फार्मईजी तो लिस्ट से भी बाहर हो गई है. इसके बावजूद स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड 6 यूनिकॉर्न ने 62,837 की मार्केट वैल्यू कमाई है. जिओ फाइनेंशियल सर्विसेज ने लिस्ट में 28वें पायदान पर जगह बनाई है. साल 2023 में इन 500 कंपनियों की सेल्स 13 फीसदी बढ़ी है. इनकी कुल सेल्स 952 अरब डॉलर रही है. कुल 342 कंपनियों की मार्केट वैल्यू बढ़ी है.
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