भारतीय शेयर बाजार की शानदार रैली के बीच आईपीओ के बाजार में गहमागहमी कम होने का नाम नहीं ले रही है. बाजार में हर सप्ताह कई नए आईपीओ लॉन्च हो रहे हैं और निवेशकों को कमाई करने के मौके दे रहे हैं. इस बीच अब एलआईसी का सबसे बड़े आईपीओ का रिकॉर्ड टूटने जा रहा है. घरेलू बाजार के इतिहास में जल्दी ही नया सबसे बड़ा आईपीओ खुलने वाला है.


हुंडई के आईपीओ को सेबी की मंजूरी


रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया की वाहन कंपनी हुंडई जल्दी ही अपनी लोकल यूनिट का आईपीओ लेकर आ रही है. हुंडई इंडिया के आईपीओ के प्रस्ताव को बाजार नियामक सेबी से मंजूरी मिल गई है. रिपोर्ट में यह दावा मामले से जुड़े दो सूत्रों के हवाले से किया गया है. हालांकि अभी न तो हुंडई ने और न ही सेबी ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ कहा है.


भारतीय बाजार में टॉप-3 में आता है नाम


हुंडई इंडिया भारतीय वाहन बाजार की टॉप-3 कंपनियों में से एक है. कंपनी ने भारतीय बाजार में आईपीओ लाने के लिए करीब 3 महीने पहले बाजार नियामक सेबी के पास ड्राफ्ट फाइल किया था. प्रस्तावित आईपीओ के लिए हुंडई इंडिया ने जेपी मॉर्गन, सिटीग्रुप, एचएसबीसी जैसे कई बड़े बैंकरों को मैनेजर बनाया है.


इतना बड़ा हो सकता है हुंडई का आईपीओ


इससे पहले रॉयटर्स ने कुछ महीने पहले अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया था कि हुंडई इंडिया के प्रस्तावित आईपीओ का साइज 3 बिलियन डॉलर हो सकता है है. भारतीय करेंसी में यह साइज 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा हो जाता है. अभी भारतीय बाजार में सबसे बड़ा आईपीओ लाने का रिकॉर्ड सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी के नाम दर्ज है, जो लगभग 2 साल पहले मई 2022 में करीब 21 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी. मतलब हुंडई इंडिया का आईपीओ आते ही एलआईसी के नाम दर्ज सबसे बड़े आईपीओ का रिकॉर्ड टूट जाएगा.


दो दशक बाद आ रहा कार कंपनी का आईपीओ


हुंडई इंडिया प्रस्तावित आईपीओ में 30 बिलियन डॉलर तक की वैल्यूएशन आंके जाने का प्रयास कर रही है. यह करीब दो दशक के बाद भारतीय बाजार में किसी कार कंपनी का आईपीओ होने वाला है. किसी कार कंपनी का आखिरी आईपीओ 2003 में आया था, जब मारुति सुजुकी शेयर बाजार पर लिस्ट हुई थी. हुंडई के ओवरऑल ग्लोबल बिजनेस के लिए भारतीय बाजार का खास महत्व है. उसे अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बाद सबसे ज्यादा कमाई भारतीय बाजार से ही होती है.


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