भारतीय शेयर बाजार की शानदार रैली के बीच आईपीओ के बाजार में गहमागहमी बनी हुई है. बाजार में हर सप्ताह कई नए आईपीओ लॉन्च हो रहे हैं. इस बीच अब देश के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ भी कतार में लग चुका है, जिससे बैंकों को जबरदस्त कमाई होने वाली है.


हुंडई के आईपीओ से बैंकों को कमाई


रॉयटर्स की एक रिपोर्ट बताती है कि दक्षिण कोरिया की वाहन कंपनी हुंडई की स्थानीय इकाई के प्रस्तावित आईपीओ से बैंकों को 40 मिलियन डॉलर की जबरदस्त कमाई होने वाली है. रिपोर्ट में मामले से जुड़े सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि वाहन कंपनी प्रस्तावित आईपीओ पर परामर्श दे रहे बैंकों को फीस में 40 मिलियन डॉलर का भुगतान करने वाली है.


ये बैंक दे रहे हैं आईपीओ पर सलाह


हुंडई इंडिया घरेलू बाजार की टॉप-3 वाहन कंपनियों में से एक है. कंपनी जल्दी ही भारतीय बाजार में आईपीओ लाने वाली है, जिसके लिए उसने बाजार नियामक सेबी के पास ड्राफ्ट फाइल कर दिया है. प्रस्तावित आईपीओ पर हुंडई इंडिया कई बड़े बैंकों के साथ काम कर रही है, जिनमें जेपी मॉर्गन, सिटीग्रुप, एचएसबीसी आदि शामिल हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक इन बैंकों को फीस में आईपीओ के टोटल साइज के 1.3 फीसदी हिस्से के बराबर भुगतान मिल सकता है.


इतना बड़ा हो सकता है हुंडई आईपीओ


नियामक के पास फाइल मसौदे के अनुसार, हुंडई इंडिया 2.5 से 3 बिलियन डॉलर का आईपीओ लाने की योजना पर काम कर रही है. भारतीय करेंसी में यह साइज 20,890 करोड़ रुपये से 25 हजार करोड़ रुपये तक हो जाता है. अभी तक भारतीय बाजार में सबसे बड़ा आईपीओ लाने का रिकॉर्ड सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी के नाम दर्ज है, जो लगभग 2 साल पहले मई 2022 में करीब 21 हजार करोड़ रुपये का आईपीओ लेकर आई थी.


अभी सेबी ने नहीं दी है ड्राफ्ट पर हरी झंडी


हुंडई इंडिया प्रस्तावित आईपीओ में 30 बिलियन डॉलर तक की वैल्यूएशन आंके जाने का प्रयास कर रही है. अभी बाजार नियामक सेबी ने हुंडई इंडिया के प्रस्तावित आईपीओ के ड्राफ्ट को मंजूरी नहीं दी है. हालांकि ये तो तय है कि यह आईपीओ जब भी आएगा, बाजार के इतिहास के सबसे बड़े आईपीओ में से एक साबित होगा और रॉयटर्स की रिपोर्ट सही साबित होती है तो आईपीओ बैंकों के लिए जबरदस्त कमाई कराने वाला साबित हो सकता है.


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