भारतीय शेयर बाजार में एलआईसी के सबसे बड़े आईपीओ का रिकॉर्ड इस साल टूट सकता है. घरेलू बाजार में आईपीओ की गहमागहमी के बीच वाहन कंपनी हुंडई अपनी भारतीय इकाई का आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है.
इतना बड़ा हो सकता है आईपीओ
ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरियाई वाहन कंपनी इस साल दिवाली के आस-पास अपनी भारतीय इकाई को घरेलू शेयर बाजार में लिस्ट करा सकती है. कंपनी भारतीय बाजार में चल रहे आईपीओ बूम का लाभ उठाना चाहती है. हुंडई इंडिया का प्रस्तावित आईपीओ 3.3 बिलियन डॉलर यानी 27,390 करोड़ रुपये से 5.6 बिलियन यानी 46,480 करोड़ रुपये का हो सकता है.
अगर लोअर एस्टिमेट के हिसाब से भी देखें तो आईपीओ का साइज 27 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का हो सकता है. इस स्थिति में भी हुंडई इंडिया का प्रस्तावित आईपीओ भारतीय शेयर बाजार के इतिहास का सबसे बड़ा आईपीओ बन जाएगा.
अभी इनके नाम है आईपीओ का रिकॉर्ड
अभी भारत के सबसे बड़े आईपीओ का रिकॉर्ड सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी के नाम है. एलआईसी ने लंबे इंतजार के बाद मई 2022 में अपना आईपीओ लॉन्च किया था. एलआईसी के आईपीओ का साइज करीब 21 हजार करोड़ रुपये था. एलआईसी के आईपीओ ने विवादों में घिरी पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस का रिकॉर्ड तोड़ा था. साल 2021 में पेटीएम ने बाजार में 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ पेश किया था.
इतनी आंकी गई है कंपनी की वैल्यू
रिपोर्ट के अनुसार, आईपीओ की तैयारी में बैंकर्स के साथ चल रहे डिस्कशन में हुंडई इंडिया की वैल्यू 22 बिलियन डॉलर से 28 बिलियन डॉलर तक आंकी गई है. आईपीओ में हुंडई अपनी 15 से 20 फीसदी हिस्सेदारी को बेचना चाह रही है. 15 फीसदी हिस्सेदारी बेचने पर भी आईपीओ का साइज 27 हजार करोड़ रुपये के पार निकल जाने वाला है.
मारुति के बाद दूसरे नंबर पर हुंडई
हुंडई की भारतीय इकाई हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड अभी बिक्री के हिसाब से भारतीय बाजार में सिर्फ मारुति सुजुकी से पीछे है. भारतीय बाजार में करीब 3 दशक पहले एंट्री लेने वाली दक्षिण कोरियाई कंपनी भारतीय बाजार में करीब 15 फीसदी हिस्सेदारी रखती है. प्रस्तावित आईपीओ को लेकर आंकी जा रही वैल्यू के हिसाब से हुंडई मोटर इंडिया घरेलू शेयर बाजार में महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज ऑटो, अडानी पावर जैसी कंपनियों से आगे निकल जाएगी.
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