IBM India Warns Employees Against Moonlighting: देश में मूनलाइटिंग (Moonlighting) को लेकर आईटी सेक्टर (IT Sector) की कम्पनियां काफी सतर्क हो चुकी हैं. इस बारे में आये दिन कोई न कोई कंपनी अपने कर्मचारियों को चेतावनी जारी कर रही है. इस बार आईबीएम इंडिया (IBM India) ने अपनी इंडियन यूनिट के कर्मचारियों को मूनलाइटिंग के लिए सावधान किया गया है. बताया जा रहा है कि IBM ने कर्मचारियों को एक इंटरनल मेल भेजकर इस बारे में सतर्क किया है.
क्या है मूनलाइटिंग?
आपको बता दें कि मूनलाइटिंग का मतलब जब किसी एक कंपनी में रेगुलर काम करते हुए कर्मचारी किसी दूसरी कंपनी के लिए भी काम कर रहा हो, और उससे इसका भुगतान भी ले रहा हो.
कंपनी ने क्या कहा?
आईबीएम इंडिया के कर्मचारियों को कंपनी के एमडी के नाम से एक मेल भेजा गया है. आईबीएम इंडिया के एमडी संदीप पटेल (IBM India MD) ने कर्मचारियों को भेजे मेल में कहा कि मूनलाइटिंग कंपनी के नजरिए और नीतियों के खिलाफ है. इसके अलावा अगर कोई व्यक्तिगत गतिविधियां ऐसी हैं जिससे कंपनी के हित प्रभावित होते हैं तो उन्हें लेकर कर्मचारियों को सावधान किया गया है.
मेल में कहा गया कि किसी भी कर्मचारी को दूसरी जगह काम करने या कारोबार से जुड़ने से पहले आईबीएम इंडिया से निकलना होगा. वहीं कर्मचारी यदि किसी प्रतिस्पर्धी कंपनी से जुड़ता है तो उसके लिए यह ज्यादा जरूरी होगा.
वर्किंग ऑवर्स के बाद करें बिजनेस
संदीप पटेल का कहना है कि कर्मियों के शौक जैसे आर्ट, डांस और संगीत को लेकर कंपनी प्रोत्साहित करेगी, लेकिन अगर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष किसी भी तरीके से कंपनी के हितों के खिलाफ कोई कर्मी काम करता है तो इसे कंपनी के नियमों का गंभीर उल्लंघन माना जाएगा. कंपनी के कर्मचारी अपने वर्किंग ऑवर्स के बाद कोई छोटा बिजनेस चला सकते हैं.
फ्लैगशिप इवेंट में क्या कहा?
आपको बता दें कि इससे पहले पिछले महीने सितंबर माह में कंपनी के फ्लैगशिप इवेंट ‘Think 2022’ में भी आईबीएम इंडिया के एमडी ने मूनलाइटिंग को लेकर विप्रो के चेयरमैन रिशद प्रेमजी की बात का समर्थन किया था. प्रेमजी ने दोहरे एंप्लॉयमेंट यानी मूनलाइटिंग के खिलाफ अपने विचार रखे और इसे नैतिक तौर पर गलत कहा गया था.
इन कंपनियों ने लिया एक्शन
आईबीएम इंडिया से पहले आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services), इंफोसिस (Infosys), विप्रो (Wipro), एचसीएल (HCL) और एलटीआई (LTI) ने भी मूनलाइटिंग का विरोध किया है. इंफोसिस भी अपने कर्मचारियों को मूनलाइटिंग को लेकर चेतावनी दे चुकी है. विप्रो के प्रेमजी का कहना है कि उन्होंने फ्रीलांसर के तौर पर दूसरी आईटी कंपनियों के लिए काम कर रहे करीब 300 कर्मचारियों को कंपनी से बाहर निकाल दिया है.
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