Value Investing: लंबे समय में संपत्ति बनाने के लिए बेहतर है वैल्यू इन्वेस्टिंग, जानें किस म्यूचुअल फंड ने दिया जबरदस्त रिटर्न
Value Investing Funds: लंबे समय में बाजार के उतार-चढ़ाव के कई चरण देखने को मिलते हैं. अगर आप में धैर्य है तो आप वैल्यू इन्वेस्टिंग फंड में निवेश कर बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं .
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Value Investing Fund: भला कौन ऐसा निवेशक होगा जो अपने इन्वेस्टमेंट पर ज्यादा मुनाफा न चाहता हो. बाजार में विभिन्न प्रकार के म्यूचुअल फंड उपलब्ध हैं लेकिन जब बात लंबे समय में धन-संपत्ति बनाने की बात आती है तो वैल्यू इन्वेस्टमेंट सबसे ऊपर आता है. वैल्यू फंड (Value Fund) के तहत जितने भी इक्विटी म्यूचुअल फंड्स (Equity Mutual Funds) हैं, उन सबका 'स्टाइल फैक्टर' अलग है. एक रिसर्च किया गया जिसके लिए मनी मैनेजमेंट इंडिया ने मॉर्निंगस्टार (Morningstar) द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े और ओपनक्यू के फैक्टर एनालिसिस टूल्स पर भरोसा किया गया.
द मनी हंस एंड मनी मैनेजमेंट इंडिया की फाउंडर हांसी मेहरोत्रा के अनुसार, म्यूचुअल फंड सेलेक्ट करते समय निवेशकों को परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी (AMC) और फंड के निवेश की फिलॉसफी (Investment Philosophy) और तरीके को समझना जरूरी है. इससे उन्हें यह पता चल जाएगा कि बाकी फंडों की तुलना में यह फंड कब और कैसा प्रदर्शन करेगा, पर ऐसा करना आसान नहीं होता है क्योंकि इंडस्ट्री वैल्यू इन्वेस्टिंग जैसे शब्दों का बहुत ही कम इस्तेमाल करती है.
मॉर्निंगस्टार के एक एनालिसिस के अनुसार, 2018 के बाद जिन कई फंडों को वैल्यू कैटेगरी में फिर से क्लासिफाई किया गया उनके पोर्टफोलियो में भी ग्रोथ स्टॉक होल्डिंग में गिरावट नजर आ रही है. इसलिए कई वैल्यू फंड रिलेटिव वैल्यू अप्रोच का पालन करते हैं.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड (ICICI Prudential Value Discovery Fund) उन चंद म्यूचुअल फंडों में से एक है, जिसे मॉर्निंगस्टार द्वारा गोल्ड रेटिंग (Gold Rating) दी गई है. इस फंड के मैनेजर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के ईडी और सीआईओ एस नरेन हैं. नरेन निवेश की वैल्यू स्टाइल के प्रैक्टिशनर रहे हैं, इसलिए फंड की स्ट्रेटजी के लिए वह अपने लंबे अनुभव का इस्तेमाल करते हैं.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल वैल्यू डिस्कवरी फंड ने हाल ही में 18 साल पूरे किए हैं. इस स्कीम का एयूएम 24,694 करोड़ रुपये है जो वैल्यू कैटेगरी में कुल एयूएम का लगभग 30% है. यह स्कीम में वैल्यू इन्वेस्टिंग में निवेशक के विश्वास (Investor’s Trust) को दर्शाता है.
अगर किसी निवेशक इस फंड की शुरुआत में (16 अगस्त, 2004) ही 10 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश किया होता तो उसकी कीमत 31 जुलाई 2022 2.5 करोड़ रुपये होती. यानी इस फंड ने सालाना 19.7% का सीएजीआर रिटर्न दिया है. निफ्टी 50 में इसी तरह के निवेश से 15.6 फीसदी का सीएजीआर रिटर्न मिलता और कुल कीमत 1.3 करोड़ रुपये होती. चूंकि वैल्यू इन्वेस्टिंग लांग टर्म के निवेश के लिए उपयुक्त होता है तो एसआईपी एक अच्छा निवेश का मार्ग बन जाता है.
फंड की शुरुआत के समय से सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये अगर किसी निवेशक ने 10,000 रुपये का मासिक निवेश किया होता तो निवेश की रकम 21.6 लाख रुपये होती. 31 जुलाई 2022 तक यह बढ़कर 1.2 करोड़ रुपये हो गया होता मतलब उन्हें 17.3 प्रतिशत का सीएजीआर मिलता.
फंड मैनेजर एस नरेन का कहना है कि वैल्यू फंड में निवेश करते समय धैर्य होना जरूरी है. ऐसा इसलिए क्योंकि बाजार में कई ऐसे समय भी देखने को मिलेंगे जब वैल्यू कमजोर होगा. इसलिए, निवेशकों को धैर्य रखने और निवेश में बने रहने की आवश्यकता होगी और जब चक्र बदल जाता है, तो इतिहास गवाह है कि धैर्य का भरपूर लाभ मिलता है.
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