ideaForge Technology IPO: 7 जुलाई को आइडियाफोर्ज की स्टॉक एक्सचेंज पर होगी धमाकेदार एंट्री, 75 फीसदी तक मिल सकता है लिस्टिंग गेन
ideaForge Technology Listing Update: आइडियाफोर्ज आईपीओ में निवेशक का जबरदस्त रेस्पांस इसलिए भी देखा गया क्योंकि कंपनी में इंफोसिस (Infosys) की 4.25 फीसदी हिस्सेदारी है.
ideaForge Technology IPO: शुक्रवार 7 जुलाई 2023 को ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग कंपनी आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी (ideaForge Technology) की स्टॉक एक्सचेंज ( Stock Exchange) पर धमाकेदार लिस्टिंग की उम्मीद है. आइडियाफोर्ज ने आईपीओ का प्राइस बैंड 638 - 672 रुपये प्रति शेयर तय किया था. लेकिन निवेशकों के जबरदस्त सब्सक्रिप्शन के दम पर आइडियाफोर्ज के स्टॉक की लिस्टिंग 1200 रुपये के करीब होने की उम्मीद की जा रही है.
ग्रे मार्केट (Grey Market) में आइडियाफोर्ज 75 फीसदी प्रीमियम पर कारोबार कर रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि 672 रुपये वाले शेयर में 510 रुपये प्रीमियम को जोड़ दें 1182 रुपये के करीब शेयर की स्टॉक एक्सचेंज पर बंपर शुरूआत हो सकती है. निवेशकों की तरफ से आइडियाफोर्ज के आईपीओ को जबरदस्त रेस्पांस मिला था.
567 करोड़ रुपये के साइज वाला ये आईपीओ 106.6 गुना सब्सक्राइब हुआ था. जिसमें संस्थागत निवेशकों का कोटा 125.81 गुना, गैर-संस्थागत निवेशकों का कोटा 80.58 गुना सब्सक्राइब हुआ था. सबसे ज्यादा इस आईपीओ को लेकर रिटेल निवेशक उत्साहित नजर आ रहे थे. रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व कोटा 85.20 गुना सब्सक्राइब हुआ था.
आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी का आईपीओ 26 से 30 जून तक अब खुला हुआ था. आइडियाफोर्ज आईपीओ में निवेशक का जबरदस्त रेस्पांस इसलिए भी देखा गया क्योंकि कंपनी में इंफोसिस (Infosys) की 4.25 फीसदी हिस्सेदारी है. ideaForge में टेलीकॉम हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी Qualcomm, Florintree Capital Partners की भी हिस्सेदारी है. आइडियाफोर्ज पहली ड्रोन कंपनी होगी जिसकी बीएसई (BSE) और एनएसई (NSE) होगी. आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी के रेवेन्यू को देखें तो 2022 में कंपनी का रेवेन्यू 161.45 करोड़ रुपये रहा है जबकि 2021 में 36.32 करोड़ रुपये था.
आईआईटी बॉम्बे ( IIT Bombay) के पूर्व छात्र ने ideaForge डिफेंस और होमलैंड सिक्योरिटी UAV (Unmanned Aerial Vehicles) सेगमेंट की इस कंपनी की स्थापना की थी. कंपनी के बनाये गए ड्रोन का एक प्रोटोटाइप आमिर खान की फिल्म 3 Idiots में नजर आया था. डीआरडीओ (Defence Research and Development Organization) ) की जब इस यूएवी पर नजर पड़ी तब ड्रोन प्रोजेक्ट ने रफ्तार पकड़ी थी.
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