IDFC First Bank Hikes MCLR: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) ने इस साल लगातार चौथी बार अपने रेपो रेट (RBI Repo Rate) में इजाफा किया है. भारत में बढ़ती महंगाई सरकार और आरबीआई (RBI) के लिए चिंता का सबब बनी हुई है. ऐसे में रिजर्व बैंक इसे कंट्रोल करने के लिए लगातार बड़े कदम उठा रहा है. हाल ही में बैंक ने 30 सितंबर को रेपो रेट में 50 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी की है. आरबीआई रेपो रेट 5.90% तक पहुंच गया है. इस बढ़ोतरी के बाद से ही लगातार सभी बैंक अपने लोन की ब्याज दरों में इजाफा कर रहे हैं. इसके साथ ही बैंकों द्वारा अपने डिपॉजिट रेट्स जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट रेट्स (Fixed Deposit Rates) और सेविंग खाते (Saving Account) की ब्याज दरों में भी इजाफा किया जा रहा है. अब इस लिस्ट में एक और बैंक का नाम ऐड हो गया है. इस बैंक का नाम है आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank). बैंक ने अपने कस्टमर्स को झटका देते हुए अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स यानी एमसीएलआर (MCLR) में इजाफा करने का फैसला किया है.
जानें अलग-अलग अवधि का बैंक का MCLR
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक (IDFC First Bank) की नई MCLR 8 अक्टूबर 2022 से लागू हो चुकी हैं और यह 9.50% तक पहुंच गया है. वहीं बैंक 6 महीने की अवधि पर आईडीएफसी फर्स्ट बैंक का MCLR 8.05% से लेकर 8.75% तक है. बैंक की ओवरनाइट MCLR 8.05%, एक महीने का MCLR है 8.05% और 3 महीने का MCLR है 8.35% है.
कस्टमर्स पर बढ़ेगा EMI का बोझ
आपको बता दें कि आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के कस्टमर्स पर आप ईएमआई का बोझ बढ़ेगा. ज्यादातर बैंक के ग्राहक अपने लोन को एक साल के मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट के आधार पर लोन लेते हैं. ऐसे में MCLR की बढ़ोतरी के साथ ही आप पर पर्सनल लोन, ऑटो लोन और होम लोन का बोझ बढ़ेगा. आपको हर महीने ज्यादा EMI का भुगतान करना पड़ेगा.
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी बढ़ाया MCLR
सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने भी अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) में 0.20% या 20 बेसिस पॉइंट का इजाफा कर दिया है. इस संशोधन में बैंक ने एमसीएलआर बेंचमार्क से जुड़े कर्ज महंगे हो जाएंगे. बैंक की बढ़ी हुई एमसीएलआर दरें 10 अक्टूबर 2022 से लागू हो चुकी है. बैंक ऑफ महाराष्ट्र की एमसीएलआर दर 7.80% हो गई है जो कि पहले यह 7.60% थी.
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