करोड़ों लोग रोजाना ट्रेन से अपना सफर पूरा करते हैं. आपने भी जरूर ट्रेन से सफर किया होगा. ट्रेन से सफर करने वाले दोस्तों या रिश्तेदारों को छोड़ने के लिए भी लोग अक्सर रेलवे स्टेशन तक साथ जाते रहते हैं. ऐसे लोगों को रेल मंत्रालय ने एक जरूरी हिदायत दी है, जिसका पालन कर आप हजारों रुपये के नुकसान की बचत कर सकते हैं.
रेल मंत्रालय ने किया ये अपडेट
रेल मंत्रालय ने इस बारे में सोशल मीडिया पर हाल ही में एक पोस्ट शेयर किया है. रेल मंत्रालय ने एक दिन पहले शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल से लिखा है- दोस्त या रिश्तेदार को स्टेशन तक छोड़ने हो जाना, तो 10 रुपये का प्लेटफॉर्म टिकट लेना भूल न जाना. साथ में मंत्रालय ने प्लेटफॉर्म टिकट की एक तस्वीर भी शेयर की है.
इस कारण प्लेटफॉर्म टिकट जरूरी
दरअसल कई बार ऐसा होता है कि लोग दोस्तों या रिश्तेदारों को ट्रेन पकड़ाने के लिए स्टेशन जाते हैं तो बिना प्लेटफॉर्म टिकट लिए अंदर चले जाते हैं. ऐसा करना गलत है और पकड़े जाने पर आपको जुर्माना भरना पड़ सकता है. अगर आपके पास कहीं की यात्रा का टिकट नहीं है तो ऐसे में आप प्लेटफॉर्म तक नहीं जा सकते हैं. इसके लिए प्लेटफॉर्म टिकट लेना जरूरी है.
भीड़ कम करने के लिए उपाय
आम तौर पर रेलवे स्टेशनों पर काफी भीड़ रहती है. भीड़ में ज्यादातर लोग सफर करने वाले नहीं होते हैं, बल्कि उन्हें स्टेशन तक छोड़ने वाले लोग अच्छी-खासी संख्या में होते हैं. इस कारण लगने वाली भीड़ को कम करने के लिए रेलवे ने प्लेटफॉर्म टिकट की व्यवस्था की है, जो लंबे समय से चली आ रही है. हालांकि समय के साथ प्लेटफॉर्म टिकट के रेट में इजाफा जरूर हुआ है.
इतना देना पड़ सकता है जुर्माना
अभी भारत में रेलवे के प्लेटफॉर्म टिकट की दर 10 रुपये है. यानी एक व्यक्ति के लिए प्लेटफॉर्म टिकट लेने पर आपको सिर्फ 10 रुपये का खर्च आएगा. प्लेटफॉर्म टिकट 2 घंटे के लिए वैध होता है. अगर आपके पास संबंधित स्टेशन से यात्रा का टिकट नहीं है और आपने प्लेटफॉर्म टिकट भी नहीं लिया है तो ऐसे में पकड़े जाने पर आपको 250 रुपये का जुर्माना देना पड़ जाएगा. अगर 4 लोग हुए तो जुर्माना बढ़कर हजार रुपये हो जाएगा.
2015 में बढ़ी प्लेटफॉर्म टिकट की दरें
इसस बचने का उपाय आसान है कि आप महज 10 रुपये खर्च कर प्लेटफॉर्म टिकट खरीद लें. रेलवे के प्लेटफॉर्म टिकट कुछ साल पहले तक सिर्फ 5 रुपये में मिलते थे. सरकार ने 2015 में इसकी दरें डबल कर दीं और अब यह 10 रुपये में मिलता है. बीच में कोविड के दौरान सरकार ने स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट की दरें बढ़ाकर 50 रुपये करने का फैसला लिया था.
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